उदवंतनगर. महामंडलेश्वर फलहारी के सानिध्य में बेलाउर गांव में मां काली प्राण प्रतिष्ठात्मक शतचंडी यज्ञ का आयोजन किया जा रहा है. शत् चण्डी यज्ञ 31 मार्च से 5 अप्रैल तक चलेगा।5 अप्रैल को भंडारे के साथ यज्ञ संपन्न होगा. यज्ञ के दौरान तरारी विधायक विशाल प्रशांत, भाजपा नेता राम दिनेश यादव, मुकेश राणा, पूनम कुशवाहा सहित कई गणमान्य लोगों ने महामंडलेश्वर फलहारी बाबा का दर्शन किया व आशीर्वाद प्राप्त किया. श्रद्धालुओं को मुंह दिखाई प्रसंग सुनते हुए महामंडलेश्वर फलाहारी बाबा ने बताया कि पूरे रघुवंश और सूर्यवंश में सबसे ज्यादा कोई भगवान का प्रेमी था तो वह कैकई थी. वह न तो निंदनीय है न ही वंदनीय. वह तो परम वंदनीयां है. कौशल्या के कोख से राम का जन्म हुआ तो कैकई के कोख से राम राज्य का जन्म हुआ. बाल्यावस्था में राम को वचन देने के चलते दशरथ जी से 14 वर्ष की वनवास मांगी. कैकई वनवास नहीं मांगती तो राम अपने लक्ष्य की प्राप्ति नहीं कर पाते. राम के जन्म का उद्देश्य विनाशाय च दुष्कृताम के अनुसार रावण रूपी असदवृति का नास नहीं होता. असदवृति के विनाशोंपरांत ही रामराज्य की कल्पना की जा सकती है. राम का जीवन सनातन का मूल मंत्र है. किसी भी धर्म का धार्मिक या मजहब का मजहबी राम के आदर्श को आत्मसात किए बगैर शांति पा ही नहीं सकते. समस्त धर्म के पुरुषों की इच्छा होती है कि हमारी पत्नी सीता जैसी हो तथा प्रत्येक मजहबों के नारियों की इच्छा होती है कि राम जैसा चरित्रवान पुरुष पति के रूप में प्राप्त हो. वास्तव में राम ही राष्ट्र हैं और राम ही धर्म है. यज्ञ में प्रवचन कर्ता के रूप में वृंदावन से गोदांबा वैष्णवी पधारी हैं. यहां रास लीला व राम लीला का आयोजन किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि यहां नित्य भंडारे का आयोजन किया जा रहा है. वहीं वैदिक ब्राह्मणों के मंत्रोचार से वातावरण भक्ति में बन गया है. आयोजन कमेटी सदस्यों में डॉ बबन चौधरी, रामजन्म चौधरी, राम अयोध्या चौधरी, रमेश चौधरी, वसंत दुबे, हृदयानंद मिश्रा, अनिल कुमार दुबे, मधेसर शर्मा, संतोष पासवान, राम पुनर्वास चौधरी, श्री भगवान चौधरी, चंद्रमा चौधरी, विनय बेलाउर, संटू चौधरी, मिंटू चौधरी सहित कई सदस्य मौजूद थे.
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