गड़हनी.
एनएच 119 ए आरा- सासाराम फोरलेन परियोजना में भूमि अधिग्रहण को लेकर रैयत किसानों को राशि भुगतान के लिए तीन राजस्व ग्राम बगवां, धमनियां व बड़ौरा के लिए नहसी पंचायत भवन पर शिविर का आयोजन किया गया था, लेकिन 12 बजे तक कोई अंचल से कर्मी व अधिकारी नहीं आये थे. जिसके चलते दर्जनों किसानों को बैरंग घर लौटना पड़ा. वहीं 12:10 में सिर्फ धमनियां राजस्व का एक कर्मचारी जितेंद्र कुमार शिविर में पहुंचे, तब तक सभी किसान लौट चुके थे. 12 बजे के बाद मात्र एक कर्मचारी शिविर में पहुंचे थे. जबकि नहसी पंचायत सरकार भवन में तीन राजस्व ग्राम का शिविर था. शिविर में तीनों राजस्व कर्मचारी को रहने चाहिए थे, जिससे किसानों को कागजात में त्रुटि को समझाया जा सके. शिविर जिस पंचायत सरकार भवन पर लगाना था. वहां कही बाहर बैठने की भी व्यवस्था नहीं थी. कड़ी धूप थी. पानी की भी व्यवस्था नहीं थी. वहां एक चापाकल है, वो भी खराब पड़ा है, जिसके चलते सभी किसान घर लौट गये. किसान दयानिधि पांडेय, रमेश चौबे ने बताया कि हमलोग 10: 30 बजे पंचायत सरकार भवन पर पहुंचे थे. 12 बजे तक शिविर में कोई अंचल से नहीं आया, तो हमलोग लौट गये. जिला भू अर्जन से शिविर लगाने का चिटठी निर्गत हुई थी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है