पीरो.
स्वास्थ्य विभाग द्वारा बच्चियों को यूटेरस कैंसर से बचाव के लिए लगाये जा रहे एचपीवी (ह्यूमन पोपिलोमा वायरस) टीकाकरण अभियान के क्रम में गुरुवार को पीरो प्रखंड के मध्य विद्यालय हसनबाजार में टीकाकरण के बाद दर्जन भर छात्राओं के बेहोश होने व सिर में चक्कर की शिकायत के बाद उन्हें पीरो अस्पताल लाया गया था. अस्पताल में इलाज के बाद सभी की हालत में सुधार होने पर चिकित्सकों ने सभी छात्राओं को उनके घर भेज दिया था, लेकिन शुक्रवार को उन छात्राओं में से दो की तबीयत फिर से अचानक बिगड़ गयी, जिसके बाद दोनों छात्राओं को पीरो अस्पताल लाया गया. इसके बाद उक्त दोनों छात्राओं को पीरो से आरा और आरा से पटना एम्स में रेफर कर दिया गया है. इधर छात्राओं की स्थिति को देखते हुए शिक्षा विभाग द्वारा एहतियात के तौर पर फिलहाल टीकाकरण पर रोक लगा दी गयी है. इस संबंध में प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी मनोज सिंह ने सभी विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों को सूचना देकर तत्काल छात्राओं को एचपीवी का टीका नहीं लगाने का निर्देश दिया है. बता दें कि गुरुवार को टीका लगने के बाद बेहोश हुई अधिकांश छात्राएं पीरो सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज के बाद पूरी तरह स्वस्थ हो गयी थीं, लेकिन शुक्रवार को उनमें से दो छात्राओं ने फिर से चक्कर आने की शिकायत की. जिन्हें तत्काल इलाज के लिए आरा रेफर किया गया. जानकारी के अनुसार आरा सदर अस्पताल के चिकित्सकों ने भी दोनों छात्राओं को पटना एम्स रेफर कर दिया है, जहां चिकित्सकों की निगरानी में दोनोे छात्राओं का इलाज किया जा रहा है. मिली जानकारी के अनुसार एम्स के चिकित्सकों ने मध्य विद्यालय हसनबाजार में गुरुवार को छात्राओं को दिए गए एचपीवी इंजेक्शन का सैंपल की मांग की गयी है. उक्त सेंपल की जांच के बाद चिकित्सक उक्त इंजेक्शन के छात्राओं पर हुए प्रभाव का आकलन करेंगे. इधर मामले की गंभीरता को देखते हुए शिक्षा विभाग की ओर से एहतियातन टीकाकरण को फिलहाल रोक दिया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

