उदवंतनगर.
प्रखंड क्षेत्र में पारंपरिक तरीके व श्रद्धा के साथ गोवर्धन पूजा की गयी. इस अवसर पर यदुवंशी समाज के साथ-साथ अन्य वर्ग के लोगों द्वारा गोवर्धन पर्वत का प्रतीकात्मक गोवर्धन पूजा स्थल पर भगवान श्रीकृष्ण, गाय एवं गोवर्धन पर्वत की पूजा की गयी. प्रखंड क्षेत्र के रधुनीपुर गांव में भगवान कृष्ण की प्रतिमा स्थापना को ले जलभरी यात्रा निकाली गयी. लोगों ने पारंपरिक अस्त्रों के साथ कलाबाजिया भी की. कुछ युवाओं द्वारा लाठी, तलवार तथा वाना जैसे पारंपरिक अस्त्रों के साथ बेहतरीन कला का प्रदर्शन किया गया, जिसे लोगों ने खूब सराहा और कलाकारों का उत्साहवर्धन किया. चुनाव के कारण इस बार गोवर्धन पूजा के अवसर पर नेताओं की अपेक्षाकृत कम उपस्थिति दिखी. गोवर्धन पूजा के अवसर पर संबोधित करते हुए पत्रकार जेपी सिंह ने कहा कि गोवर्धन पूजा अहंकार पर जीत के प्रतीक के तौर पर मनाया जाता है. पौराणिक कथाओं में भगवान कृष्ण ने इंद्र का मान मर्दन करने के लिए गोवर्धन पर्वत को उठाकर गोपों की रक्षा की थी. यह पूजा सभी को सम्मान देने वाली पूजा भी बतायी जाती है. प्रखंड क्षेत्र के रघुनीपुर गांव में भी धूमधाम से गाय व गोवर्धन पर्वत की पूजा अर्चना की गयी. गोवर्धन पहाड़ पर भगवान कृष्ण की नयी प्रतिमा की पुनर्स्थापना वैदिक मंत्रोच्चार के बीच की गयी. प्रतिमा स्थापना को लेकर पूर्व संध्या पर 12 घंटे का अखंड हरि कीर्तन का आयोजन किया गया. सुबह गांव के नर नारी माथे पर कलश लेकर बेलाउर सूर्य मंदिर तालाब पहुंचे तथा वैदिक मंत्रोच्चार के बीच जलभरी की गयी. उसके बाद भगवान कृष्ण की खंडित मूर्ति हटाकर नयी प्रतिमा स्थापित की गयी. पुष्पा देवी ने गाय, गोवर्धन व भगवान कृष्ण की पूजा कर सुख व समृद्धि की कामना की. मौके पर गांव के जय प्रकाश सिंह, बीरेंद्र यादव, अखिलेश सिंह,भूका यादव,राम प्रकाश, मंटू, अरविंद व अरुण सहित कई लोग मौजूद थे. सखुआं लाक प्रखंड क्षेत्र के कारीसाथ, भेलाई, सखुआं लख, भगवतीपुर, नीमा, खरौनी, पियनिया, जयनगर, बेहरा, मलथर, आसनी, कोहड़ा, रघुपुर, जैतपुर, महतवनिया, सोनपुरा, गड़हा, एड़ौरा, कसाप सहित कई गांवों में गोवर्धन पूजा की गयी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

