जोगबनी. त्योहार के समय में नेपाल में रह रहे प्रवासी भारतीय नागरिक दीपावली व छठ मनाने अपने अपने गांव को लौटते हैं, ऐसे समय कई लोग मनी एक्सचेंज काउंटर पर तो कई लोग आसपास के दुकान से सहजता के अनुरूप अपनी गाढ़ी कमाई को नेपाली मुद्रा से भारतीय मुद्रा में बदलते हैं. इसी मौके का फायदा उठाने को लेकर भारतीय जाली नोटों के कारोबारी अब छोटे जाली नोट को सीमावर्ती क्षेत्रों में खपाने के लिए भेज रहे हैं इस बात का खुलासा शुक्रवार की देर संध्या विराटनगर के बस पार्क से गिरफ्तार किये गये अररिया के दो जाली नोट के कारोबारी से हुआ है. मोरंग पुलिस प्रवक्ता डीएसपी कोपिला चूड़ाल ने मामले की पुष्टि करते हुए कहा कि जाली नोट के साथ गिरफ्तार किये गये व्यक्ति की पहचान अररिया जिले के 23 वर्षीय मो अरबाज व मो राजा के रूप में हुई है. डीएसपी चुडाल के अनुसार यह दोनों जोगबनी के रानी सीमा से सीटी सफारी से विराटनगर आये थे. विराटनगर बस पार्क में उतरने के बाद मो अरबाज द्वारा सफारी चालक को भारतीय 200 के नोट दिया गया था, जिसके बाद सफारी चालक को नोट नकली जैसे दिखने पर पुलिस को इसकी जानकारी दी गयी. सूचना पर वार्ड पुलिस कार्यालय विराटनगर की पुलिस टीम ने जांच के दौरान अरबाज के साथ से 200 के 18 नोट व 500 के एक नकली नोट बरामद किये जाने की बात डीएसपी चुडाल ने कही है. पुलिस को शुरुआती अनुसंधान में इनका संबंध जाली नोट के कारोबारी से होने की बात सामने आयी है जो नकली नोट के कारोबार में शामिल है. असली-नकली नोट में फर्क कर पाना मुश्किल पुलिस के अनुसार बरामद किये गये जाली नोट को विशेष प्रकार से प्रिंट में रंग का प्रयोग कर छापा गया है. जिस कारण से आसानी से नेपाल के बाजार में खपाने की योजना थी. पुलिस के अनुसार जाली नोट के कारोबारी भारत में हीं होने की बात पूछताछ में गिरफ्तार अरबाज ने कही है. पुलिस ने बताया कि इसका अंतर्देशीय बड़े कारोबार होने की बात सामने आई जिसके लिए कई चीजों का खुलासा अनुसंधान के बाद किया जायेगा.
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