-19- प्रतिनिधि, अररिया जिला अंतर्गत सभी थाना के थानाध्यक्ष सहित महिला-पुरुष सभी आइओ का कंप्यूटर संबंधित बेसिक ट्रेनिंग शुरू हो गया है. इसको लेकर एसपी अंजनी कुमार ने प्रेस विज्ञप्ति भी जारी कर जानकारी दी है. उन्होंने बताया कि मुख्यालय के द्वारा सभी आइओ को कंप्यूटर लैपटॉप उपलब्ध कराया गया है. सभी कर्मियों को लैपटॉप ऑपरेशन की बेसिक जानकारी का प्रशिक्षण दिया जा रहा है. यह सभी थाना में दिया जायेगा. इससे वैसे अनुसंधानकर्ता जिनकी उम्र 55 वर्ष से कम है. उन्हें लैपटॉप उपलब्ध कराया गया है. केस डायरी लिखने, हैंडराइटिंग की समस्या से निजात मिलेगी. इन कामों को पेपर लेस किया जा रहा है. सभी आइओ इ-मेल व कांड से संबंधित कार्य पत्राचार के अलावा सभी रिपोर्ट का आदान-प्रदान लैपटॉप के माध्यम से पेपर लेस तरीके से करेंगे. इससे कार्य की गुणवत्ता में सुधार होगा. सभी रिपोर्ट गुणवत्ता के साथ आदान-प्रदान होगा. हैंडराइटिंग की समस्या समाप्त होगी. उन्होंने कहा कि सभी थानों में प्रतिदिन 01 घंटे का कंप्यूटर प्रशिक्षण वहां तैनात पुलिस अधिकारियों व पुलिसकर्मियों को दिया जायेगा. पूर्व की जो व्यवस्था थी, उसमें व्यक्ति बयान को बदलता रहता था. चाहे कारण जो भी हो. लेकिन 01 जुलाई 2024 से नये कानून बनने के बाद से व डिजिटलाइजेशन के बाद आप एक बार बयान देंगे, तो वह रिकाॅर्ड हो जायेगा. उसे कोई भी नहीं बदल सकता है. उसमें छेड़छाड़ की संभावना नहीं होगी. क्योंकि यह सरकार की एजेंसी के कंट्रोल में रहेगी. उन्होंने कहा कि डिजिटल साक्ष्य को प्रमाणित करने के लिए अलग से गवाही की जरूरत नहीं होगी. 01 साल में इसका तीन गुणा असर दिखने लगेगा. यह टेक्नोलॉजी आने से ऐसा नहीं है कि बाकी गवाही बंद हो जायेगी. बांकि गवाही भी होगी, लेकिन उसकी आवश्यकता नहीं रहेगी. यदि हुई तो वह काफी कम होगी. भविष्य में थोड़ा अभियोजन को इंप्रूव करने की जरूरत है. एसपी ने पुलिसकर्मियों को निर्देश दिया है कि भविष्य में पुलिसिया कार्रवाई थोड़ी सी फिजिकल के बदले डिजिटल के रूप में चेंज होने जा रही है. इसलिए कंप्यूटर प्रशिक्षण लेकर सभी तैयार रहें.
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