83- प्रतिनिधि, अररिया
जिला मुख्यालय में बन रहे परमान नदी तटबंध समीप अत्याधुनिक शवदाह गृह का अवलोकन बुडको के परियोजना निदेशक विकास कुमार, उप परियोजना निदेशक ऋषिकेश गौतम ने किया. इस दौरान अररिया नप के उप मुख्य पार्षद गौतम कुमार साह, इओ चंद्र राज प्रकाश भी मौजूद रहे. जिसमें बारी बारी से नवनिर्मित भवन के भीतर का हर सामान का जायजा लिया गया. उप मुख्य पार्षद व नप इओ ने भी कार्य का जायजा लेते हुए बुडको के परियोजना निदेशक को शवदाह गृह निर्माण में प्रगतिशील बेहतर कार्य संभव हो सके. इसके दौरान शवदाह गृह में आनेवाले अंतिम पड़ाव के दिवगंत व उनके परिजन को अंत्येष्टि कार्य में बेहतर मूलभूत सुविधा मिल सके. इसके लिए ठोस निर्णय लिए गये. साथ ही मौजूद संवेदक बिनोद झा से कार्य की गुणवत्ता के बारे जानकारी ली गयी. वहीं मौजूद बुडको के परियोजना निदेशक विकास कुमार ने बताया कि मुक्तिधाम का कार्य गुणवत्तापूर्ण हो रहा है. जो अप्रैल माह में समापन होगा. साथ ही अररिया नगर परिषद को सारा निर्माण कार्य खत्म करते हुए 15 अप्रैल 2025 तक सौंप दिया जायेगा. वहीं उन्होंने बताया कि मुक्तिधाम में 02 लकड़ी व 01 इलेक्ट्रॉनिक कुल 03 शवदाह स्थान बन रहा है. जिसमें लकड़ी से चलित शवदाह स्थान में एक अंत्येष्टि करने में करीब 1.5 क्विंटल सूखी लकड़ी की खपत है तो विद्युत चलित शवदाह स्थान को 24 घंटे ऑन मूड में रखना है. क्योंकि बिजली से चलने वाले शवदाह उपकरण को 24 घंटे गर्म होने में लगते हैं व 24 घंटे ठंडाने में लगते हैं. इसलिए विद्युत चलित शवदाह स्थान खराब होने से पहले तक हमेशा ऑन मूड में ही रहेगा. बिजली से चलने वाली शवदाह गृह यदि किसी तकनीकी कारणों से खराब हो जाते हैं तो लोग लकड़ी से जलाने वाले शवदाह गृह का उपयोग कर सकेंगे. ठीक रहने पर विद्युत शवदाह गृह में ही यथासंभव शव का निष्पादन किया जायेगा. लकड़ी वाले शवदाह गृह के लिए चबूतरे व शेड का निर्माण होगा. ताकि बरसात में भी लोगों को कष्ट न हो. उन्होंने बताया कि शवदाह गृह में आगुंतक के लिए वेटिंग रूम, स्टॉप कम ऑन फायर, गार्ड रूम, स्टाफ रूम, 02 टॉयलेट, 02 बाथरूम सहित मुक्तिधाम का अपना ट्रांसफार्मर व सिक्युरिटी मौजूद रहेगा. मुक्तिधाम के निर्माण में सभी इस्पात ब्रांडेड टाटा कंपनी का लगाया जा रहा है. जिससे कार्य में गुणवत्ता बरकरार रहे. सुरक्षा की दृष्टि से मुक्तिधाम के चारों ओर चहारदीवारी की गई है. जिसका ऊंचाई का अवलोकन मौजूद उप मुख्य पार्षद, नप इओ व मौजूद नगर पार्षद ने किया. जिसमें बरसात के दिनों में परमान नदी के उफान होने पर स्थानीय जगह पर बाढ़ पानी का अंदाजा लगाते हुए चहारदीवारी को और ज्यादा ऊंचा करने की बातें कही गई. मौके पर नगर पार्षद राजकिशोर यादव, भरत, राजू राम, पार्षद प्रतिनिधि विजय जैन सहित नप के लेखपाल सह प्रधान सहायक चंदन कुमार मौजूद थे.———————
सांसदों की सैलरी में 24 प्रतिशत की बढ़ोतरी अलौकतांत्रिक: केएन विश्वास
82-प्रतिनिधि, अररियासांसदों की सैलरी और पेंशन में 24 प्रतिशत की हुई बढ़ोतरी की जारी अधिसूचना पूर्णतः अलौकतांत्रिक है, यह बातें सीमांचल वंचित मुक्ति मोर्चा के संयोजक, पूर्व लोक अभियोजक केएन विश्वास ने कही. श्री विश्वास ने दुःख व्यक्त करते हुए कहा कि वर्तमान समय में देश बेशुमार जटिल समस्याओं से घिरी हुई है, जनप्रतिनिधियों को अपनी सुख सुविधा की चिंता छोड़ इसका निदान करना चाहिए, श्री विश्वास ने अपनी जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि आज किसानों की हालत बद से बदतर होती जा रही है, लंबे आंदोलन के बावजूद किसानों के पैदावार की लाभकारी मूल्य अब भी नहीं मिल रही है. परिणामतः किसानों को आत्महत्या करने जैसी नौबत का सामना करना पड़ता है. यदि हमारे जनप्रतिनिधि इन पैसों को कृषि पर आधारित उद्योग लगाने पर खर्च करने की बात सोचते तो आज देश से न सिर्फ बेरोजगारों का पलायन रुकती बल्कि किसानों के चेहरे पर मुस्कान भी दिखती. श्री विश्वास ने कहा कि अब सांसदों को सभी सुविधा मिलाकर कुल 2,54,000 मासिक वेतन मिलेगा, इसके अतिरिक्त पूर्व सांसदों को भी 31,000 रुपये प्रतिमाह पेंशन मिलेगा. ऐसा पेंशन तो देश की आजादी लड़ने वाले हमारे अमरवीरों या उनके उत्तराधिकारियों को भी नहीं मिल रही है, परिणामतः विभिन्न समस्याओं से घिरे उनके परिवार को कठिनाइयों के बीच अपना जीवन गुज़ारनी पड़ रहा है.
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