कुर्साकांटा. प्रखंड मुख्यालय पंचायत के वार्ड संख्या 01 बनमति निवासी ब्रह्मदेव ठाकुर अपने 07 वर्षीय बीमार पुत्र अरब ठाकुर को लेकर इलाज कराने पीएचसी आये. जहां डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें जांच की सलाह दी. लेकिन ब्रह्मदेव ठाकुर को लगा उसके बच्चे को रेफर कर दिया गया है. यह बात जैसे ही स्थानीय युवकों को मिली. युवक पीएचसी पहुंचकर हंगामा करने लगे. आक्रोशित लोगों का कहना है कि पीएचसी में कचरे का अंबार है तो जर्जर भवन कभी भी धराशायी हो सकता है. वहीं आक्रोशितों ने पीएचसी में डाक्टरों से अनियमितता बरते जाने पीएचसी आने वाले मरीजों को रेफर करना. आक्रोशित लोगों ने बताया कि पीएचसी लोग स्वस्थ होने आते हैं लेकिन कचरे के अंबार से तो स्वस्थ्य भी बीमार हो जाये. मरीजों के लिए निर्देशित सुविधा भी मरीजों को नहीं मिलने का आरोप लगाया. सूचना पर पहुंचे कुर्साकांटा पुलिस व मुखिया प्रतिनिधि अरविंद मंडल के काफी समझाने बुझाने पर आक्रोशित लोग समझे तो पीएचसी में स्वास्थ्य सुविधा बहाल किया जा सका. इस मामले में ड्यूटी पर तैनात आयुष चिकित्सक डॉ ओमप्रकाश पंडित ने बताया कि बीमार बच्चे को बुखार है. जिसका प्राथमिक उपचार के बाद आवश्यक जांच के साथ एक्स रे भी कराया गया. तब जाकर मरीज को दवाई दी गयी है. वहीं पीएचसी प्रभारी डॉ जमील अहमद ने बताया कि आक्रोशितों का आरोप है कि जर्जर भवन क्यों नहीं बन रहा है. इस पर कहना कि यह काम विभाग का है तो आक्रोशित लोग उग्र हो गया. पीएचसी प्रभारी ने बताया कि सीमित संसाधन के बीच पीएचसी को बेहतर तरीके से संचालित किया जा सके को लेकर प्रयास किया जा रहा है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

