- 7.51 लाख की राशि से शुरू हुआ निर्माण
- 6.98 लाख रुपये का हो चुका उठाव
- योजना मद की अधिकांश राशि के उठाव के बावजूद वर्षों से अधूरे पड़े कई आंगनबाड़ी केंद्र भवन
- पूर्व के मुखिया तत्कालीन बीडीओ पर लगा रहे हैं आरोप तो वर्तमान मुखिया कह रहे हैं नहीं बची है योजना में राशि
- सवाल: आखिर कहां गयी राशि, कैसे पूरे होंगे आगनबाड़ी केंद्र
- कार्य अधूरा रहने के बावजूद अभिकर्ता पर क्यों नहीं हुई कार्रवाई
- अगर पूर्व बीडीओ के निर्देश पर काटा गया चेक तो कैसे होगी राशि की वसूली
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अधूरा पड़ा है आंगनबाड़ी केंद्र
7.51 लाख की राशि से शुरू हुआ निर्माण 6.98 लाख रुपये का हो चुका उठाव योजना मद की अधिकांश राशि के उठाव के बावजूद वर्षों से अधूरे पड़े कई आंगनबाड़ी केंद्र भवन पूर्व के मुखिया तत्कालीन बीडीओ पर लगा रहे हैं आरोप तो वर्तमान मुखिया कह रहे हैं नहीं बची है योजना में राशि सवाल: […]
संजय प्रताप सिंह, सिकटी : प्रखंड क्षेत्र में बाल विकास परियोजना तहत संचालित आंगनबाड़ी केंद्रों के भवन निर्माण कार्य में व्यापक अनियमतिता सामने आ रही है. आंगनबाड़ी केंद्र भवन के निर्माण को लेकर अधिकांश जगहों पर 85 प्रतिशत राशि के उठाव के बावजूद अधिकांश भवन आधे- अधूरे पड़े हैं. करीब पांच साल पहले जिन केंद्रों का निर्माण शुरू हुआ. इकरारनामा की निर्धारित समय सीमा खत्म होने के बाद भी आधे-अधूरे भवन को लेकर अब तक विभागीय कार्रवाई शुन्य है.
डेढुआ पंचायत के रानी पुल के पास पासवान टोला में निर्माधीन केंद्र भवन की स्थिति भी ऐसी है. सात लाख इकावन हजार की प्राक्कलित राशि से केंद्र भवन निर्माण पंचायत योजना मद से 2015 में तत्कालीन मुखिया शिवशंकर माझी के कार्यकाल में शुरू किया गया था. कार्य के लिये शिक्षक नवीन माझी के अभिकर्ता बहाल किया गया था.
आंगनबाड़ी केंद्र भवन निर्माण मद में अब तक छह लाख 98 हजार रुपये की निकासी कर ली गयी है. लेकिन भवन आज भी आधा अधूरा पड़ा हुआ है. इस बाबत पूर्व मुखिया शिवशंकर माझी ने कहा कि कार्य आरंभ होने के तुरंत बाद तत्कालीन बीडीओ ने छत सेड निर्माण के लिये अररिया के एक आपूर्ति कर्ता को चार लाख का चेक काट कर दे दिया.
फिर चुनाव आचार संहिता के नाम पर काम को रोक दिया गया. पूर्व मुखिया ने कहा कि मेरे कार्यकाल में निकासी की गयी राशि का काम पूरा हो चुका है. वहीं मुखिया बैद्यनाथ मंडल ने कहा कि इस योजनामद में पंचायत चुनाव से पूर्व ही राशि की निकासी कर ली गयी. भवन निर्माण मद में उनके कार्यकाल में एक रुपये का भी उठाव नहीं किया गया है.
उन्होंने कहा कि योजना अपूर्ण रहने के कारण प्रखंड विकास पदाधिकारी को प्रतिवेदन भेजकर संबंधित अभिकर्ता के विरुद्ध कारवाई का अनुरोध किया गया है. पांच साल से केंद्र भवन अधूरा रहने के कारण पोषक क्षेत्र के बच्चों को इसका लाभ नहीं मिल रहा है. केंद्र की सेविका व सहायिका ने कहा कि अगर भवन का निर्माण पूर्ण हो जाता तो सुचारू रूप से केंद्र के संचालन में मदद मिलती.
की जायेगी मामले की जांच
सिकटी के बीडीओ शिवेश कुमार सिंह ने कहा कि मामले की जांच अविलंब पूरी कर दोषी के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई सुनिश्चित कराने की दिशा में पहल की जायेगी.
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