बक्सर.
नावानगर थाना क्षेत्र के नावानगर बाजार स्थित एक आभूषण दुकान में लूटपाट की योजना को अंजाम देने की तैयारी में जुटे छह अपराधियों को पुलिस ने रविवार की शाम नगर के अलग-अलग स्थानों पर छापेमारी कर गिरफ्तार किया. पकड़े गये सभी अपराधी किशोर हैं. इनमें पांच इंटरमीडिएट के छात्र हैं. गिरफ्तार अपराधियों के पास से पुलिस ने दो रिवाल्वर, सात कारतूस और तीन मोबाइल बरामद किये हैं. बरामद कारतूस में पांच एके 47 के कारतूस शामिल है. पुलिस अब इस मामले में अनुसंधान कर रही है कि इन किशोर अपराधियों के पास कैसे एके 47 की गोलियां पहुंची है.
आरा जेल से बनी थी लूट की योजना
सोमवार को पुलिस कार्यालय में आयोजित पत्रकार सम्मेलन में एसपी बाबूराम ने बताया कि आरा जेल से नावानगर में आभूषण की दुकान में लूट की योजना बनायी गयी थी. एसपी ने बताया कि डुमरांव में अभियंता को गोली मारने के मामले में सिकरौल थाना के रेका गांव निवासी वरुण मिश्र और आशीर्वाद मिश्र आरा जेल में बंद हैं. आरा जेल से दोनों अपराधियों द्वारा इन किशोरी से कई बार मोबाइल फोन पर बातचीत की गयी थी. जिसमें नावानगर के आभूषण दुकान में लूटपाट करने की बात सामने आयी थी. लूट को अंजाम देने के लिए अपराधियों को आरा से गोलियां और रिवाल्वर उपलब्ध कराये गये थे. एसपी ने बताया कि गिरफ्तार अपराधियों ने ही उनके नाम खोले हैं. जिन्होंने उन्हें हथियार मुहैया कराया था. पुलिस इस मामले की गंभीरता से छानबीन कर रही है.
पहली बार लूट में नहीं हुए सफल
एसपी ने बताया कि नावानगर बाजार स्थित आभूषण दुकान में लूट के उद्देश्य से शनिवार को छह अपराधी बक्सर से नावानगर के लिए प्रस्थान किये थे. लेकिन रास्ते में बाइक से गिरने के कारण अपराधकर्मी इसे अपशकुन मानते हुए वापस बक्सर लौट गये. सभी अपराधी पुन: रविवार को आभूषण दुकान में लूट की तैयारी में थे. इस बीच लूट की सूचना पुलिस को मिली. इस मामले में डीएसपी सुनील कुमार के नेतृत्व में टीम गठित कर छानबीन शुरू हुई. छानबीन के दौरान मामला परत दर परत खुल कर सामने आ गया.अलग अलग स्थानों से पकड़े गये छह अपराधीपुलिस ने बक्सर नगर सहित आसपास के इलाकों में छापामारी कर छह अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया.
एसपी ने बताया कि सभी गिरफ्तार अपराधी औद्योगिक थाना क्षेत्र के कोठिया गांव, सिकरौल थाने के बेलहरी गांव, पांडेयपट्टी, बुधनपुरवा, सोहनीपट्टी व नावानगर थाना क्षेत्र के जितवाडीह गांव के निवासी है. एसपी ने बताया कि अपराधियों ने एक अपराधी नौवीं तक पढ़ने के बाद पढ़ाई छोड़ दी थी. बाकी पांच अपराधी इंटरमीडिएट के छात्र हैं.लूट का माल पकड़े जाने पर अभिभावक भी जायेंगे जेल.लूट की योजना में पकड़े गये छह अपराधियों की कम उम्र को देख कर पुलिस विभाग के लोग भी दंग थे. उन्हें भरोसा ही नहीं हो रहा था कि इंटर के ये छात्र इस ढंग की कार्यवाही को अंजाम देंगे.
एसपी का कहना है कि शातिर अपराधी, कम उम्र के लड़कों को भौतिक संसाधन उपलब्ध कराने का लालच देकर उन्हें अपराध की दुनिया की ओर ले जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि किशोर अपराधियों के अपराध जगत में प्रवेश के लिए उनके अभिभावक भी कम जिम्मेवार नहीं हैं. एसपी ने बताया कि किशोर अपराध की ओर मुखातिब नहीं हो, इसके लिए सामाजिक स्तर पर कार्यक्रम आयोजित करने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि यदि कोई किशोर, अपराध को अंजाम देता है और उसके घर से लूट का सामान बरामद होता है, तो ऐसी स्थिति में अपराधी के अभिभावक को भी जेल की हवा खानी पड़ेगी.