रियो डि जिनेरियो : पैरालंपिक में स्वर्ण पदक जीतने वाले सिर्फ तीसरे भारतीय बने थंगावेलू मरियप्पन 18 सितंबर को यहां रियो पैरालंपिक खेलों के समापन समारोह में देश के ध्वजवाहक होंगे.
भारतीय ओलंपिक संघ ने ट्वीट करते हुए बताया, ‘‘थंगावेलू मरियप्पन पैरालंपिक खेल 2016 के समापन समारोह में ध्वजवाहक के रुप में अगुआई करेंगे.” मरियप्पन जब सिर्फ पांच साल के थे तब बस ने उनके दायें पैर को कुचल दिया था. उनसे पहले मुरलीकांत पेटकर (1972, तैराकी) और देवेंद्र झझारिया (2004, भाला फेंक) पैरालंपिक में भारत के लिए स्वर्ण पदक जीत चुके हैं. मरियप्पन ने उंची कूद टी42 स्पर्धा में 1.89 मीटर के अपने सर्वश्रेष्ठ प्रयास के साथ स्वर्ण पदक जीता था.