नयी दिल्ली : ओलंपिक के लिये क्वालीफाई करने वाली पहली भारतीय महिला जिम्नास्ट बनी दीपा करमाकर को आज खेल मंत्रालय की ओर से बढ़ा तोहफा मिला है. खेल मंत्रालय ने उन्हें टीओपी स्कीम ( टारगेट ओलंपिक पोडियम स्कीम) के तहत 30 लाख रुपये दिये. यह राशि खेल मंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने दीपा करमाकर को दिया.
रियो दि जिनेरियो से लौटने के बाद करमाकर ने पत्रकारों से कहा ,‘‘ मैं पूरी मेहनत करुंगी ताकि इतिहास रचती रहूं. मेरा लक्ष्य हर हालत में क्वालीफाई करना था और मुझे खुशी है कि मैने लक्ष्य हासिल कर लिया.” उसने ओलंपिक टेस्ट इवेंट में स्वर्ण पदक जीतकर रियो का टिकट कटाया. वह ओलंपिक के लिये क्वालीफाई करने वाली पहली भारतीय महिला जिम्नास्ट तो बनी ही, साथ ही पिछले 52 साल में इस स्पर्धा में वह पहली भारतीय भी होगी. आजादी के बाद से 11 भारतीय पुरुष जिम्नास्ट ओलंपिक खेले हैं जिनमें 1952 में दो, 1956 में तीन और 1964 में छह ने भाग लिया था.
करमाकर ने कहा ,‘‘ यह काफी कठिन था लेकिन मेरे पास शानदार मेंटर है जिनकी वजह से मैं यहां हूं. उनके बिना कोई मेरा नाम भी नहीं जानता.” उसने कहा ,‘‘ कुछ पाने के लिये आपको जोखिम लेना होता है. मैं आभारी हूं कि इंदिरा गांधी स्टेडियम पर खास इंतजाम किये गए थे जहां मैं अभ्यास करती थी वरना यह असंभव होता लिहाजा मैं भारतीय खेल प्राधिकरण की शुक्रगुजार हूं.”