भुवनेश्वर: पिछले 32 साल से चैम्पियंस ट्राफी में पदक के लिये तरस रही भारतीय हॉकी टीम ने आज सुनहरा मौका गंवा दिया और आस्ट्रेलिया के हाथों प्लेआफ मुकाबले में 1-2 से हारकर कांस्य पदक से चूक गई.
खचाखच भरे कलिंगा स्टेडियम में खेले गए मैच में भारत के पास टूर्नामेंट में 32 साल बाद पदक जीतने का सुनहरा मौका था लेकिन पूरे टूर्नामेंट की तरह इस मुकाबले में भी सरदार सिंह एंड कंपनी ने हाथ आये मौके गंवाये.भारत ने आखिरी बार चैम्पियंस ट्राफी में 1982 में एम्स्टेलवीन में कांस्य पदक जीता था.
चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान के हाथों कल सेमीफाइनल में 3-4 से पराजय ङोलने के बाद कांस्य पदक से भारत के जख्मों पर मरहम लग सकता था. लेकिन भारत ने आखिरी मिनटों में गोल गंवाकर पराजय का सामना किया. आस्ट्रेलिया के लिये कप्तान एडी ओकेंडेन (18वां मिनट) और मैट गोडेस (52वां) ने गोल दागे जबकि भारत के लिये एकमात्र गोल ललित उपाध्याय ने 42वें मिनट में किया. पिछले पांच बार से खिताब जीतती आ रही आस्ट्रेलियाई टीम को कांसे से ही संतोष करना पडा.
भारत पिछली बार भी मेलबर्न में हुए टूर्नामेंट में चौथे स्थान पर रहा था. आस्ट्रेलिया के खिलाफ आज के मैच में ऐसा लग रहा था कि भारत कल सेमीफाइनल में मिली हार के गम से उबर नहीं सका है.पहले दो क्वार्टर में भारतीय टीम काफी सुस्त दिखी. पहले हाफ में वह कोई मौका भी नहीं बना सकी जबकि आस्ट्रेलिया ने बेहतर प्रदर्शन किया.
आस्ट्रेलिया ने पांचवें ही मिनट में गोल करने का मौका बनाया जब उसे पहला पेनल्टी कार्नर मिला लेकिन भारतीय डिफेंडरों ने उसे कामयाब नहीं होने दिया.
आस्ट्रेलिया ने भारतीय डिफेंस पर दबाव बनाये रखा और पहला गोल 18वें मिनट में ओकंडेन ने किया. उन्होंने जैकब वेटन के पास पर गेंद को नेट के भीतर डाला.दूसरे क्वार्टर में आस्ट्रेलिया ने दबदबा बनाये रखा और दूसरा पेनल्टी कार्नर बनाया लेकिन उनके वैरिएशन को भारतीय गोलकीपर पी आर श्रीजेश ने नाकाम कर दिया.
ब्रेक के बाद भारतीय टीम ने कुछ आक्रामकता दिखाई जिसका फल लगातार दो पेनल्टी कार्नर के रुप में मिला. इसमें से दूसरे पर मेजबान ने बराबरी का गोल दागा. पेनल्टी कार्नर पर नाकामी मिलने के बाद ललित ने गोल के सामने चुस्ती दिखाते हुए गेंद को भीतर डाला.
इसके बाद से भारतीयों ने कई अच्छे मूव बनाये लेकिन उन्हें अंजाम तक नहीं ले जा सके. निर्धारित समय से दस मिनट पहले एस वी सुनील ने एक अच्छा मौका गंवाया जब सर्कल के भीतर सिर्फ आस्ट्रेलियाई गोलकीपर टाइलेर लवेल था. भारत को इसका खामियाजा भुगतना पडा क्योंकि दो मिनट बाद गोडेस ने आस्ट्रेलिया के लिये दूसरा गोल कर दिया. वेटन का शुरुआती शाट नाकाम रहने के बाद उसने रिबाउंड पर गोल किया.
भारत को 55वें मिनट में मिला पेनल्टी कार्नर बेकार गया. हूटर से तीन मिनट पहले आकाशदीप सिंह ने एक मौका गंवाया.इससे पहले नीदरलैंड ने पांचवें और छठे स्थान के मुकाबले में अर्जेंटीना को 4-1 से हराया जबकि इंग्लैंड बेल्जियम को 3 – 2 से हराकर सातवें स्थान पर रहा.