नयी दिल्ली: भारत की युवा निशानेबाज इलावेनिल वलारिवान ने सीनियर विश्व कप में महिलाओं की 10 मीटर एयर राइफल स्पर्धा में स्वर्ण पदक अपने नाम किया. ये इलावेनिल का पहला विश्व कप है. पहले ही विश्व कप में स्वर्ण पदक जीतकर उन्होंने इतिहास रच दिया. इसी स्पर्धा में अन्य भारतीय निशानेबाज अंजुम मुद्गिल और अपूर्वी चंदेला आईएसएसएफ राइफल/पिस्टल चरण की प्रतियोगिता में कोई पदक हासिल नहीं कर सकीं.
पदार्पण विश्व कप में ही जीता स्वर्ण पदक
सीनियर स्तर पर अपने पदार्पण वर्ष में 20 साल की इलावेनिल ने फाइनल में 251.7 अंक का स्कोर जुटाया जिससे उन्होंने ब्रिटेन की सियोनाद मैकिन्तोश (250.6 अंक) को पछाड़ दिया. भारत ने इस साल महिलाओं की 10 मीटर एयर राइफल में चार विश्व कप स्वर्ण पदकों में तीन अपने नाम किये हैं. इलावेनिल एशियाई चैम्पियन के अलावा जूनियर विश्व कप की स्वर्ण पदकधारी हैं. चीनी ताइपे की यिंग शिन लिन ने कांस्य पदक जीता.
क्वालीफिकेशन में अंजुम को पछाड़ा था
बता दें कि गुजरात की इलावेनिल ने क्वालीफिकेशन राउंड में अपनी सीनियर अंजुम को पछाड़ दिया था. उन्होंने 629.4 अंक जुटाये जबकि अंजुम ने 629.1 अंक बनाये थे जिससे दोनों क्रमश: चौथे और पांचवें स्थान पर रहीं थीं. दुनिया की नंबर एक निशानेबाज अपूर्वी फाइनल के लिए क्वालीफाई नहीं कर सकीं. वह 627.7 अंकों के साथ 11वें स्थान पर रहीं.
ब्रिटेन की सियोनाद को मिला दूसरा स्थान
भारत का दबदबा इतना था कि मेहुली घोष ने प्रतिस्पर्धा से इतर न्यूनतम क्वालीफिकेशन स्कोर (एमक्यूएस) वर्ग में 629.1 अंक का स्कोर बनाया जो उन्हें फाइनल में स्थान दिला सकता था. अंजुम पहले पांच शाट के बाद आगे चल रही थीं, लेकिन दूसरी सीरीज के खराब होने से वह नीचे खिसक गयी और 12वें शाट तक पांचवें स्थान पर पहुंच गयीं. लेकिन इलावेनिल शानदार प्रदर्शन करते हुए सियोनाद से आगे निकल गयीं. इलावेनिल ने 24 शाट के फाइनल में चार शाट से पहले 1.4 अंक की बढ़त बनायी हुई थी. सियोनाद और इलावेनिल के बीच अंत तक मुकाबला चला लेकिन भारतीय निशानेबाज पहला स्थान हासिल करने में सफल रहीं.