नयी दिल्ली : नव नियुक्त खेल मंत्री कीरेन रीजीजू ने महिला हॉकी टीम की सदस्यों से मुलाकात की और उन्हें आश्वासन दिया कि सरकार ओलंपिक क्वालीफायर के लिए हर तरह की मदद मुहैया कराएगी.
भारतीय महिला हॉकी टीम ने मेजबान जापान को 3-1 से हराकर रविवार को एफआईएच महिला सीरीज फाइनल्स का खिताब जीता. दुनिया की नौवें नंबर की भारतीय टीम अब एफआईएच ओलंपिक क्वालीफायर में हिस्सा लेगी जिसका आयोजन इसी साल होगा. इस 14 टीमों के टूर्नामेंट में दो मैचों की द्विपक्षीय शृंखला होगी जहां से प्रत्येक सात शृंखलाओं के विजेता ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करेंगे.
रीजीजू ने कहा, भारतीय महिला हॉकी टीम काफी अच्छा खेली और हमें गौरवान्वित किया. मंत्रालय खिलाड़ियों को व्यक्तिगत और टीम के रूप में सभी तरह का सहयोग मुहैया कराएगा. मैं उनके कोचों से मिलने के लिए बेंगलुरू में उनके ट्रेनिंग सेंटर जाऊंगा और टीम की जरूरतों पर बात करूंगा. भारत के पास ओलंपिक में क्वालीफाई करने और हाकी में पदक जीतने का अच्छा मौका है.
भारत एफआईएच महिला सीरीज फाइनल्स में अजेय रहा. टीम ने इस दौरान 29 गोल किए जबकि उसके खिलाफ सिर्फ चार गोल हुए. भारत ने सेमीफइनल में चिली को 4-2 जबकि फाइनल में एशियाई खेलों के चैंपियन जापान को 3-1 से हराया. पेनल्टी कार्नर विशेषज्ञ गुरजीत कौर ने भारत की ओर से टूर्नामेंट में सर्वाधिक 11 गोल दागे.
कप्तान रानी रामपाल को टूर्नामेंट का सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी चुना गया. भारतीय टीम अब तक दो बार 1980 और 2016 में ओलंपिक में शिरकत कर चुकी है. 2018 में राष्ट्रमंडल खेलों के सेमीफाइनल में पहुंचने के अलावा एशियाई खेलों में रजत पदक जीतने वाली भारतीय महिला हाकी टीम इस साल ओलंपिक में जगह पक्की करना चाहेगी.