मोहाली : मजबूत शीर्ष क्रम वाली सनराइजर्स हैदराबाद की टीम सोमवार को यहां इंडियन प्रीमियर लीग में किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाफ होने वाले मुकाबले में मध्यक्रम की कमजोरी को दूर करके जीत की राह पर लौटना चाहेगी. हैदराबाद और पंजाब की टीमों ने पांच पांच मैचों से अभी तक तीन-तीन जीत के बाद छह छह अंक जुटाये हैं लेकिन हैदराबाद की टीम बेहतर रन रेट की बदौलत आठ टीमों की तालिका में दूसरे स्थान पर काबिज है.
पंजाब की टीम तालिका में पांचवें स्थान पर बनी हुई है. दोनों टीमों को अपने पिछले मुकाबलों में हार का सामना करना पड़ा जिससे दोनों ही जीत की लय में लौटने को बेताब होंगी. हैदराबाद को शनिवार को 136 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए मुंबई इंडियंस से 40 रन से हार का मुंह देखना पड़ा जबकि पंजाब की टीम को चेन्नई सुपरकिंग्स के हाथों 22 रन से पराजय झेलनी पड़ी. हैदराबाद की टीम अपने पहले तीन मैचों में खतरनाक दिखी जब डेविड वार्नर और जॉनी बेयरस्टा ने शतकीय साझेदारी खेली लेकिन इन दोनों के सस्ते में आउट होने के बाद हैदराबाद का मध्यक्रम बिलकुल ढीला दिखा.
हैदराबाद के मध्यक्रम को इतना बल्लेबाजी करने का मौका ही नहीं मिला और जब मुंबई इंडियंस के खिलाफ मौका आया तो विजय शंकर, मनीष पांडे, दीपक हुड्डा और यूसुफ पठान जैसे खिलाड़ी रन नहीं जुटा सके. मुंबई के खिलाफ पदार्पण कर रहे अलजारी जोसफ ने कहर बरपाया और हैदराबाद की टीम को महज 96 रन पर सिमट गयी. गेंदबाजी में भुवनेश्वर कुमार, संदीप शर्मा और सिद्धार्थ कौल ने अभी तक अच्छा प्रदर्शन किया है जबकि अफगानिस्तान के स्पिनर राशिद खान और मोहम्मद नबी ने मध्य के ओवरों में अधिक प्रभावित किया.
वहीं पंजाब की टीम चेन्नई के खिलाफ 161 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए लोकेश राहुल (55) और सरफराज खान (67) के अर्धशतकों के बावजूद पांच विकेट पर 138 रन ही बना सकी. चेन्नई के स्पिनरों के खिलाफ पंजाब के बल्लेबाज रन नहीं बना सके और हैदराबाद की टीम में राशिद व नबी की मौजूदगी से घरेलू टीम के खिलाड़ियां के लिये यह मुकाबला भी इस लिहाज से मुश्किल होगा. पंजाब की टीम उम्मीद करेगी कि शीर्ष क्रम में क्रिस गेल रन जुटाये और फिर इसके बाद मयंक अग्रवाल, मंदीप सिंह और डेविड मिलर को मध्य के ओवरों में और अधिक जिम्मेदारी से खेलें.