टेनिस की दुनिया के महान खिलाड़ियों में गिने जाने वाले सर्बिया के नोवाक जोकोविच (Novak Djokovic) ने हाल ही में अपने करियर के सबसे मुश्किल दौर और चोटों से जूझने के अनुभव साझा किए. एक पॉडकास्ट (Jay Shetty Podcast) में बातचीत करते हुए उन्होंने बताया कि कैसे उन्होंने लंबे समय तक अपनी कोहनी और घुटने की गंभीर चोटों से संघर्ष किया और आखिरकार सर्जरी करानी पड़ी. इसी बीच, जोकोविच ने अमेरिकी ओपन 2025 (US Open 2025) में धमाकेदार प्रदर्शन करते हुए सेमीफाइनल में जगह बनाई.
कोहनी की चोट से जूझते रहे जोकोविच
जोकोविच ने बताया कि 2016 से 2017 तक वह लगातार कोहनी की चोट से परेशान रहे. दर्द इतना बढ़ गया कि उन्हें रोजाना एंटी-इंफ्लेमेटरी दवाइयाँ और कॉर्टिसोल शॉट्स लेने पड़े. उन्होंने कहा “मैंने कभी दवाइयों का सहारा नहीं लिया था लेकिन लगभग डेढ़ साल तक मैं इन्हीं पर निर्भर रहा. फिर भी दर्द कम नहीं हुआ और मुझे समझ आ गया कि ऑपरेशन ही आखिरी रास्ता है.” हालांकि उन्होंने खुद से वादा किया था कि करियर के दौरान कभी सर्जरी नहीं कराएंगे, लेकिन हालात ने उन्हें मजबूर कर दिया. सर्जरी के बाद जोकोविच ने इसे अपने जीवन का कठिनतम फैसला बताया.
घुटने की सर्जरी
पिछले साल रोलां गैरोस के दौरान जोकोविच के साथ एक और मुश्किल वक्त आया. चौथे राउंड में मुकाबले के बीच अचानक उनके घुटने में गंभीर चोट आ गई. दर्द इतना था कि वह खड़े तक नहीं हो पा रहे थे. उन्होंने कहा “फिजियो ने मेरे मेनिस्कस पर दबाव डाला और मुझे अहसास हुआ कि चोट गंभीर है. लेकिन मैंने कहा कि मुझे कोर्ट नहीं छोड़ना, आप जितनी तेज दवा दे सकते हैं दीजिए. मैंने दर्द सहते हुए मैच पूरा किया और जीत हासिल की.” इसके बाद उन्हें घुटने की आर्थोस्कोपिक सर्जरी करानी पड़ी.
दर्द और निराशा के बीच संघर्ष
जोकोविच ने साफ कहा कि चोट और सर्जरी से गुजरना उनके लिए मानसिक रूप से बेहद कठिन था. उन्होंने बताया कि जब 2017 में सर्जरी कराई, तो वे कई दिनों तक रोते रहे क्योंकि उन्हें लगा कि उन्होंने अपने वादे को तोड़ दिया. लेकिन इसी संघर्ष ने उन्हें और मजबूत बनाया. उन्होंने कहा कि एक खिलाड़ी के लिए चोट केवल शारीरिक चुनौती नहीं होती बल्कि मानसिक रूप से भी भारी पड़ती है. यही वजह है कि उन्होंने कभी हार नहीं मानी और लगातार कोर्ट पर वापसी की.
US Open 2025 सेमीफाइनल में एंट्री
सभी उतार-चढ़ाव के बावजूद जोकोविच आज भी टेनिस के शीर्ष खिलाड़ियों में शुमार हैं. अमेरिकी ओपन 2025 में उन्होंने शानदार प्रदर्शन करते हुए क्वार्टर फाइनल में चौथे वरीय टेलर फ्रिट्ज को मात दी. यह मुकाबला उन्होंने 6-3, 7-5, 3-6, 6-4 से जीता और सेमीफाइनल में जगह बनाई. उनकी यह जीत इस बात का सबूत है कि चाहे कितनी भी गंभीर चोट क्यों न हो, जोकोविच की जुझारू खेल भावना और मानसिक मजबूती उन्हें हर बार फिर से शिखर पर पहुंचा देती है.
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