BCCI announces reward for Indian Team: भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने इतिहास रच दिया है. भारत ने पहली बार आईसीसी महिला वर्ल्ड कप (Women World Cup) जीतकर करोड़ों भारतीयों का सपना पूरा किया. दक्षिण अफ्रीका को हराकर भारत ने न केवल खिताब जीता, बल्कि यह दिखा दिया कि अब महिला क्रिकेट भी नई ऊंचाइयों को छू चुका है. इस ऐतिहासिक जीत के बाद BCCI (बीसीसीआई) सचिव देवजीत सैकिया (Devajit Saikia) ने टीम इंडिया के लिए 51 करोड़ रुपये का इनाम घोषित किया. (IND W vs SA W Final in Women’s World Cup 2025).
पिछली हार का मिला जवाब
2005 और 2017 के वर्ल्ड कप फाइनल में हार के बाद से भारतीय टीम इस दिन का इंतजार कर रही थी. हरमनप्रीत कौर की कप्तानी में भारत ने इस बार कोई कसर नहीं छोड़ी. फाइनल में दक्षिण अफ्रीका को हराकर टीम ने पहली बार विश्व चैंपियन बनने का गौरव हासिल किया. हरमनप्रीत ने कहा कि यह जीत सिर्फ एक ट्रॉफी नहीं, बल्कि भारतीय महिला क्रिकेट के नए युग की शुरुआत है.
BCCI ने दिया 51 करोड़ का इनाम
बीसीसीआई सचिव देवजीत सैकिया ने कहा कि जैसे 1983 में कपिल देव की टीम ने भारतीय क्रिकेट को नई दिशा दी थी, वैसे ही आज हरमनप्रीत की टीम ने महिला क्रिकेट को नई ऊंचाई दी है. उन्होंने बताया कि बीसीसीआई ने खिलाड़ियों, कोच और सपोर्ट स्टाफ के लिए कुल 51 करोड़ रुपये की इनामी राशि देने का निर्णय लिया है. सैकिया ने आगे कहा कि महिला क्रिकेट में कई बड़े बदलाव हुए हैं. समान वेतन (Pay Parity) लागू किया गया, और आईसीसी महिला पुरस्कार राशि में 300% की बढ़ोतरी की गई. अब महिला वर्ल्ड कप की इनामी राशि 2.88 मिलियन से बढ़कर 14 मिलियन हो गई है. इन कदमों से महिला क्रिकेट को नई पहचान मिली है.
भारत की धमाकेदार बल्लेबाजी
फाइनल मुकाबले में दक्षिण अफ्रीका ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया. भारत की ओपनिंग जोड़ी स्मृति मंधाना (45) और शेफाली वर्मा (87) ने शानदार शुरुआत दी. दोनों ने पहले विकेट के लिए 100 से ज्यादा रन जोड़कर मजबूत नींव रखी. इसके बाद जेमिमा रॉड्रिग्स (24) और कप्तान हरमनप्रीत कौर (20) ने टीम को 200 के पार पहुंचाया. अंत में दीप्ति शर्मा (58 रन, 58 गेंदें) और रिचा घोष (34 रन, 24 गेंदें) ने तेजी से रन बनाए, जिससे भारत ने 50 ओवर में 298/7 का बड़ा स्कोर खड़ा किया. दक्षिण अफ्रीका की ओर से अयाबोंगा खाका सबसे सफल गेंदबाज रहीं, जिन्होंने तीन विकेट लिए.
दीप्ति शर्मा के पंजे का चला जादू
दक्षिण अफ्रीका की टीम ने रन चेज में शुरुआत तो ठीक की, लेकिन भारतीय गेंदबाजों ने जल्द ही मैच पर पकड़ बना ली. शेफाली वर्मा और श्री चरणी ने शुरुआती विकेट लेकर अफ्रीका को 148/5 पर पहुंचा दिया. हालांकि कप्तान लौरा वोलवार्ट (101 रन) और एनेरी डर्कसन (37 रन) ने थोड़ी उम्मीद जगाई, लेकिन दीप्ति शर्मा ने दोनों को आउट कर मैच पूरी तरह भारत के पक्ष में मोड़ दिया. दीप्ति ने शानदार गेंदबाजी करते हुए 5 विकेट 39 रन देकर झटके और फाइनल में पांच विकेट लेने वाली पहली भारतीय महिला खिलाड़ी बनीं. दक्षिण अफ्रीका की पूरी टीम 246 रन पर सिमट गई और भारत ने 52 रनों से ऐतिहासिक जीत दर्ज की.
हरमनप्रीत की टीम ने जीता दिल
यह जीत सिर्फ एक खेल की जीत नहीं, बल्कि हर भारतीय के गर्व का पल है. बीसीसीआई के इनाम और खिलाड़ियों के संघर्ष की कहानी आने वाले समय में कई युवा खिलाड़ियों को प्रेरित करेगी. हरमनप्रीत कौर, दीप्ति शर्मा, शैफाली वर्मा और पूरी टीम ने दिखाया कि मेहनत, आत्मविश्वास और टीम भावना से कुछ भी असंभव नहीं.
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