Virat Kohli Rohit Sharma ODI Career: भारतीय क्रिकेट के दो दिग्गज विराट कोहली और रोहित शर्मा के वनडे भविष्य को लेकर चल रही बहस ने पूरे खेल जगत में खलबली मचा दी है. ऐसा माना जा रहा है कि टी20और टेस्ट से संन्यास लेने के बाद अब दोनों को वनडे में भी मौका नहीं दिया जाएगा. अक्टूबर में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ होने वाली सीरीज को उनकी आखिरी सीरीज बताया जा रहा है. फॉर्म में होने के बावजूद, रोहित और विराट दोनों कथित तौर पर 2027 के वनडे विश्व कप की योजना में शामिल नहीं हैं. भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) की चयन समिति के पूर्व सदस्य देवांग गांधी का मानना है कि इस अनुभवी जोड़ी को हटाकर यशस्वी जायसवाल, साई सुदर्शन जैसे युवाओं को वनडे प्रारूप में जगह देनी चाहिए.
जायसवाल और सुदर्शन को टीम में रखने की मांग
देवांग गांधी ने टाइम्स ऑफ इंडिया से कहा, ‘यशस्वी जायसवाल, ऋषभ पंत, साई सुदर्शन जैसे खिलाड़ियों को आप कैसे बाहर बैठा सकते हैं, जब उन्होंने दिखा दिया है कि वे कितनी अच्छी तरह से अनुकूलन कर सकते हैं? बड़ा बदलाव टी20 से टेस्ट में है. एक बार जब कोई खिलाड़ी टेस्ट क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन करता है और उसके पास पावर गेम होता है, तो वनडे उसके लिए आसान हो जाना चाहिए. यह बहुत महत्वपूर्ण है कि चयनकर्ता और टीम प्रबंधन एक साथ बैठकर फैसला करें.’ हालांकि बीसीसीआई ने अब तक अपने फैसले की आधिकारिक घोषणा नहीं की है, लेकिन खबरें हैं कि कोहली और रोहित जैसे खिलाड़ियों को अगर 50 ओवर के प्रारूप में अपना करियर लंबा करना है तो उन्हें घरेलू क्रिकेट खेलना होगा.
युवाओं को मिलेंगे ज्यादा मौके
हालांकि, गांधी का मानना है कि यह भी संभव नहीं है क्योंकि युवाओं को वनडे विश्व कप के लिए तैयार करने की जरूरत है, क्योंकि विराट और रोहित विश्व कप से पहले अपना वैसा फॉर्म नहीं दिखा पा रहे हैं, जैसा उनसे उम्मीद किया जाता है. गांधी ने कहा, ‘मान लीजिए, एक साल में हम ऐसी स्थिति में आ जाते हैं कि उनमें से कोई एक अच्छा प्रदर्शन नहीं कर रहा है और हमें उसके स्थान पर किसी अन्य खिलाड़ी की जरूरत है, तो टीम प्रबंधन के पास उस खिलाड़ी को तैयार करने के लिए पर्याप्त समय नहीं होगा.’ गांधी ने कहा, ‘रोहित और विराट के योगदान पर कोई संदेह नहीं है, लेकिन समय किसी का इंतजार नहीं करता.’
टी20 वर्ल्ड कप पर टिकी हैं बीसीसीआई की निगाहें
बीसीसीआई इस समय 2027 वनडे वर्ल्ड कप के बारे में कम ही सोंच रहा होगा, क्योंकि अगले साल टी20 वर्ल्ड कप होने वाला है, जिसकी तैयारी में टीम प्रबंधन जुटा हुआ है. इंग्लैंड दौरे पर भारत ने एक युवा टेस्ट टीम भेजकर यह परखने का प्रयास किया है कि विदेशों में दबाव झेल पाने में युवा खिलाड़ी कितने सक्षम हैं. टीम ने साबित कर दिया कि वह हर परिस्थिति का सामने करने में सक्षम है. ऐसे में टी20 और वनडे के लिए भी बीसीसीआई ज्यादा से ज्यादा युवाओं को आजमाना चाहेगा. उन्हें मौका देने के लिए प्रबंधन को विराट कोहली और रोहित शर्मा से अलग कुछ सोचना होगा.
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