केपटाउन : भारतीय कप्तान हरमनप्रीत कौर ने गुरुवार को यहां ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ महिला आईसीसी टी20 विश्व कप के सेमीफाइनल में पांच रन की हार के लिये अपने रन आउट होने को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया. हरमनप्रीत के लिए इस हार के बाद अपने आंसुओं को रोकना मुश्किल था. इस नॉकआउट मैच से पहले उन्हें तेज बुखार था लेकिन उन्होंने मैच में खेलने का फैसला किया और अर्धशतक जड़ा. लेकिन उनका रन आउट होना मैच का रूख बदलने वाला रहा.
हरमनप्रीत की आंखों से छलके आंसू
हरमनप्रीत कौर ने मैच के बाद कहा कि इससे ज्यादा दुर्भाग्यशाली महसूस नहीं कर सकती. जेमिमा रोड्रिग्स के साथ हुई साझेदारी से हम लय में आ गये थे. उन्होंने कहा कि इसके बाद हम हारने की उम्मीद नहीं कर रहे थे. जिस तरह से मैं रन आउट हुई इससे ज्यादा कुछ दुर्भाग्याशाली नहीं हो सकता. हरमनप्रीत ने जेमिमा को उनके दमदार प्रदर्शन का श्रेय देते हुए कहा कि इस तरह का प्रयास करना और मैच को आखिरी ओवर तक ले जाने से हम खुश हैं. हम आखिरी गेंद तक चुनौती देना चाहते थे.
ऑस्ट्रेलिया ने दिया था 173 रनों का लक्ष्य
मैच की बात करें तो भारतीय टीम फिर से नॉकआउट मैच के दबाव में आ गयी जिससे गत चैंपियन ऑस्ट्रेलिया ने पांच रन की जीत से लगातार सातवीं बार आईसीसी महिला टी20 विश्व कप फाइनल में प्रवेश किया. भारत के खराब क्षेत्ररक्षण और कैच लपकने के मौके छोड़ने से ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी करते हुए चार विकेट पर 172 रन का चुनौतीपूर्ण स्कोर खड़ा किया. भारत ने 28 रन पर तीन विकेट गंवा दिये थे लेकिन कप्तान हरमनप्रीत कौर (52 रन, 34 गेंद) और जेमिमा रोड्रिग्स (43 रन, 24 गेंद) के बीच चौथे विकेट के लिये 41 गेंद में 69 रन की साझेदारी से उसने मैच में वापसी की.
भारत को जीत के लिए 30 गेंद पर 39 रनों की थी जरूरत
भारत को अंतिम 30 गेंद में 39 रन की जरूरत थी जो ज्यादा मुश्किल नहीं था और उसके पांच विकेट बाकी थी. लेकिन बीती कहानी फिर दोहरायी गयी और टीम निर्धारित 20 ओवर में आठ विकेट पर 167 रन ही बना सकी. भारतीय टीम पांच बार की चैंपियन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पिछले विश्व कप फाइनल में भी हार गयी थी और हाल में उसे राष्ट्रमंडल खेलों के फाइनल में भी पराजय का सामना करना पड़ा था. नॉकआउट मैच में मिली हार के बाद भारत का विश्व खिताब के लिये लंबा इंतजार और बढ़ गया.