Virat Kohli-Rohit Sharma: टीम इंडिया के पूर्व मुख्य कोच रवि शास्त्री का मानना है कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ आगामी वनडे इंटरनेशनल सीरीज विराट कोहली और रोहित शर्मा दोनों के लिए एक महत्वपूर्ण चुनौती होगी. शास्त्री को लगता है कि 2027 विश्व कप के लिए अपनी जगह पक्की करने के लिए इस अनुभवी जोड़ी को कुछ बेहतरीन प्रदर्शन करने होंगे. टेस्ट और टी20 इंटरनेशनल मैचों से संन्यास ले चुके कोहली और रोहित को 19 अक्टूबर से पर्थ में शुरू होने वाली वनडे सीरीज के लिए भारतीय टीम में शामिल किया गया है. वे 15 अक्टूबर को तीन मैचों की सीरीज के लिए ऑस्ट्रेलिया रवाना होने से पहले टीम से जुड़ेंगे, लेकिन सीरीज के बाद उनके भविष्य को लेकर अभी कोई स्पष्टता नहीं है. Ravi Shastri big prediction on future of Rohit Sharma and Virat Kohli
रोहित-कोहली को करना होगा शानदार प्रदर्शन
वनडे वर्ल्ड कप अभी दो साल दूर है, 36 वर्षीय कोहली और 38 वर्षीय रोहित शर्मा का हालिया फॉर्म उनके सर्वश्रेष्ठ से काफी नीचे है, जिससे इस प्रारूप में उनके भविष्य पर अनिश्चितता के बादल मंडरा रहे हैं. क्रिकेट डॉट कॉम डॉट एयू ने कायो स्पोर्ट के समर ऑफ क्रिकेट लांच के मौके पर शास्त्री के हवाले से कहा, ‘यही कारण है कि वे यहां (ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे सीरीज खेलने) आए हैं.’ वे टीम का हिस्सा हैं. यह उनकी फिटनेस, उनकी भूख और निश्चित रूप से उनकी फॉर्म पर निर्भर करता है. इसलिए, मुझे लगता है कि यह सीरीज यह देखने के लिए बहुत महत्वपूर्ण है कि वे कैसा प्रदर्शन करते हैं. इस सीरीज के अंत तक उन्हें खुद पता चल जाएगा कि वे कैसा महसूस करते हैं और फिर यह उनका फैसला होगा.’
अब केवल वनडे में खेलेंगे रोहित-कोहली
वर्तमान में, वनडे क्रिकेट ही एकमात्र इंटरनेशनल फॉर्मेट है जिसमें ये दोनों खेलते हैं और यह देखना बाकी है कि क्या वे भारत की आगे की योजनाओं में फिट बैठते हैं, क्योंकि 50 ओवरों का विश्व कप अभी दो साल दूर है. तब तक रोहित 40 वर्ष के हो जाएंगे, जबकि कोहली 38 वर्ष के हो जाएंगे. रोहित को हाल ही में भारत के वनडे कप्तान से हटा दिया गया है. उनकी जगह युवा शुभमन गिल को वनडे का कप्तान बना दिया गया है. हाल ही में इंग्लैंड दौरे के समय गिल को टेस्ट कप्तान भी नियुक्त कर दिया गया था.
युवाओं से मिल रही रोहित-कोहली का चुनौती
रोहित और कोहली को आखिरी बार इस साल फरवरी में चैंपियंस ट्रॉफी के दौरान भारत के लिए खेलते हुए देखा गया था. रोहित को फाइनल में प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया, जबकि कोहली शीर्ष पांच बल्लेबाजों में शामिल रहे, जिन्होंने पूरे टूर्नामेंट में भारत को बार-बार जीत दिलाई. ऑस्ट्रेलिया के नजरिए से स्टीव स्मिथ के साथ भी यही बात है, जिन्होंने मार्च में वनडे से संन्यास ले लिया. शास्त्री ने कहा, ‘बड़े मैचों में अनुभव का कोई विकल्प नहीं होता, जैसा कि हमने चैंपियंस ट्रॉफी में देखा. बड़े मैच आते हैं और बड़े खिलाड़ी आगे आते हैं.’ पूर्व भारतीय ऑलराउंडर का यह भी मानना है कि भारतीय टीम लाल गेंद के प्रारूप की तुलना में सफेद गेंद के क्रिकेट में बेहतर प्रदर्शन करती है.
शास्त्री ने युवा खिलाड़ियों की तारीफ की
शास्त्री ने कहा, ‘भारत लाल गेंद के मुकाबले सफेद गेंद में ज्यादा मजबूत है. रोहित शर्मा, विराट कोहली को पता है कि ये युवा खिलाड़ी उन्हें आगे बढ़ा रहे हैं.’ शास्त्री ने सीमित ओवरों के क्रिकेट में भारत की युवा प्रतिभाओं की भरमार के बारे में बात की और हाल ही में एशिया कप फाइनल में तिलक वर्मा की पारी का जिक्र किया. शास्त्री ने कहा, ‘एशिया कप फाइनल में तिलक वर्मा की पारी बेहद शानदार थी. क्योंकि दबाव में इस तरह खेलना प्रभावशाली था. यशस्वी जायसवाल, शुभमन गिल, तिलक वर्मा जैसे कुछ अच्छे युवा खिलाड़ी हैं.’ उन्होंने कहा, ‘हार्दिक पांड्या, शिवम दुबे और अक्षर पटेल जैसे कई अच्छे युवा प्रतिभावान खिलाड़ी और ऑलराउंडर मौजूद हैं, इसलिए यह एक मजबूत सफेद गेंद वाली टीम है.’
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