भारतीय क्रिकेटर हार्दिक पांड्या (Hardik Pandya) पर दुख का पहाड़ टूट पड़ा है. जी हां...उनके पिता का शनिवार की सुबह दिल का दौरा पड़ने के बाद निधन हो गया. जैसे ही यह दुखद खबर बड़ौदा की तरफ से सैयद मुश्ताक अली टी-20 ट्रॉफी खेल रहे हार्दिक पांड्या के भाई कप्तान क्रुणाल पांड्या को मिली वे बायो बबल छोड़कर घर के लिए रवाना हुए.
बड़ौदा क्रिकेट संघ के सीईओ शिशिर हत्तंगड़ी का बयान भी आया है. उन्होंने जानकारी दी है कि क्रुणाल ने बायो बबल छोड़ दिया है. यह एक व्यक्तिगत त्रासदी है. इस दुख की घड़ी में बड़ौदा क्रिकेट संघ हार्दिक और क्रुणाल के खड़ा है.
यहां चर्चा कर दें कि हार्दिक और क्रुणाल को क्रिकेट जगत में लाने के लिए उनके पिता का अहम योगदान रहा है. परिवार की अर्थिक स्थिति खराब होने के बाद भी पैसे जुटाकर पिता ने अपने दोनों बेटों को किरण मोरे क्रिकेट अकादमी में भेजने का काम किया था.
खुद हार्दिक ने अपने पिता के योगदान को कई बार स्वीकार किया है और सोशल मीडिया पर पोस्ट किया है.
कोहली ने किया ट्वीट : भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली ने ट्वीट करते हुए लिखा कि हार्दिक और क्रुणाल के पिता के बारे में सुनकर दुख हुआ. भगवान उनकी आत्मा को शांति दे और आप दोनों को दुख सहने की शक्ति ...
कृणाल बायो बबल से बाहर : सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में बड़ौदा की कप्तानी कर रहे कृणाल परिवार के पास पहुंचने के लिये टूर्नामेंट के लिये बनाये गये बायो बबल से बाहर निकल गये हैं. संघ के सचिव अजित लेले ने यह जानकारी दी. हार्दिक यह टूर्नामेंट नहीं खेल रहे हैं क्योंकि वह इंग्लैंड के खिलाफ आगामी श्रृंखला की तैयारी में जुटे हैं. हिमांशु ने अपने बेटों की सफलता में बड़ी भूमिका निभाई थी. कृणाल ने उत्तराखंड के खिलाफ पहले मैच में 76 रन बनाये और तीन मैचों में चार विकेट भी ले चुके हैं.
इरफान पठान ने किया ट्वीट : भारत के पूर्व तेज गेंदबाज इरफान पठान ने ट्वीट किया कि पहली बार अंकल से मोतीबाग में मुलाकात हुई थी. वह हमेशा चाहते थे कि उनके बेटे अच्छा क्रिकेट खेलें. आपको और आपके परिवार को मेरी संवेदना. ईश्वर इस संकट के समय से निकलने की शक्ति दे.
Posted By : Amitabh Kumar