Duleep Trophy 2025 Final: दलीप ट्रॉफी फाइनल के पहले दिन का खेल पूरी तरह से मध्य क्षेत्र (सेंट्रल जोन) के गेंदबाजों के नाम रहा. स्पिनरों सारांश जैन और कुमार कार्तिकेय ने दक्षिण क्षेत्र (साउथ जोन) की मजबूत बल्लेबाजी को ध्वस्त कर दिया. सारांश जैन ने शानदार लय में गेंदबाजी करते हुए 49 रन देकर पांच विकेट झटके, जबकि बाएं हाथ के स्पिनर कुमार कार्तिकेय ने 53 रन देकर चार विकेट हासिल किए. इन दोनों ने मिलकर 45 ओवर डाले और लगातार दबाव बनाए रखा, जिसकी बदौलत दक्षिण की टीम पहली पारी में केवल 63 ओवर खेलकर 149 रन पर ढेर हो गई.
दक्षिण क्षेत्र की बल्लेबाजी की मुश्किलें उस वक्त शुरू हुईं जब 16वें ओवर में सलामी बल्लेबाज मोहित काले लापरवाही में स्वीप खेलते हुए कार्तिकेय की गेंद पर बोल्ड हो गए. इसके बाद तो विकेट गिरने का सिलसिला थमने का नाम ही नहीं ले रहा था. लंच तक टीम का स्कोर चार विकेट पर 64 रन हो गया. सबसे बड़ा झटका टीम को तब लगा जब सेट होकर खेल रहे तन्मय अग्रवाल (76 गेंदों पर 31 रन) दुर्भाग्यपूर्ण तरीके से रन आउट हो गए. वह अपने साथी रिकी भुई से टकरा गए और पिच के बीच में ही आउट हो बैठे. मोहम्मद अजहरुद्दीन भी ज्यादा देर टिक नहीं पाए और कार्तिकेय की शानदार गेंद पर चलते बने.

लंच के बाद भी दक्षिण के बल्लेबाजों की लापरवाही जारी रही. आंद्रे सिद्धार्थ को कार्तिकेय ने अपनी सूझबूझ भरी गेंदबाजी से छकाया और विकेटकीपर उपेंद्र यादव ने उन्हें स्टंपिंग कर दिया. इसके बाद आखिरी उम्मीद केरल के बल्लेबाज सलमान निजार पर थी, जिन्होंने 24 रन बनाकर संघर्ष की कोशिश की. लेकिन वे भी सारांश जैन की बेहतरीन ऑफ स्पिन का शिकार बन गए. उनकी गेंद बल्ले से लगकर गली में खड़े रजत पाटीदार के हाथों में चली गई और निजार की विदाई के साथ ही दक्षिण क्षेत्र की पारी ढह गई.

सारांश जैन ने प्रथम श्रेणी क्रिकेट में अपने शानदार प्रदर्शन को जारी रखा. उन्होंने नौवीं बार पाच विकेट लेने का कारनामा किया. पिछले हफ्ते सेमीफाइनल में भी पश्चिम क्षेत्र के खिलाफ शानदार प्रदर्शन किया था. तब उन्होंने 84 रन देकर 5 विकेट लिए थे.

वहीं स्टंप तक मध्य क्षेत्र के सलामी बल्लेबाज आत्मविश्वास के साथ क्रीज पर टिके रहे. बादलों से घिरे मौसम में एलबीडब्लू की कई अपीलें हुईं, लेकिन मालेवार और वाडकर ने समझदारी भरा खेल दिखाया. दोनों ने ठोस साझेदारी की और टीम को मजबूत शुरुआत दिलाई. दिन का अंत तक मध्य क्षेत्र ने बिना किसी नुकसान के 50 रन बना लिए थे. ओपनर दानिश मालेवार 28 और कप्तान अक्षय वाडकर 20 रन बनाकर क्रीज पर डटे हुए थे. इस तरह मध्य क्षेत्र पहली पारी के लिहाज से सिर्फ 99 रन पीछे रह गया और मैच पर पकड़ मजबूत करता दिखा. मैच का पहला दिन पूरी तरह गेंदबाजों के नाम रहा और मध्य क्षेत्र ने स्पष्ट कर दिया कि वह खिताब जीतने के लिए पूरी तरह तैयार है.
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