Duleep Trophy 2025 Winner Prize Money: सेंट्रल जोन ने सोमवार को दलीप ट्रॉफी फाइनल में साउथ जोन को छह विकेट से मात देकर 11 साल बाद चैंपियन बनने का गौरव हासिल किया. सेंट्रल जोन के सामने 65 रन का मामूली लक्ष्य था लेकिन साउथ जोन के गेंदबाजों ने उनके बल्लेबाजों की कड़ी परीक्षा ली. लक्ष्य बहुत बड़ा नहीं था और ऐसे में सेंट्रल जोन को उसे हासिल करने में बहुत ज्यादा परेशानी नहीं हुई. मुकाबले में कई उतार-चढ़ाव देखने को मिले, लेकिन सेंट्रल जोन ने संयम बनाए रखा और खिताब अपने नाम किया. इस फाइनल को जीतन के बाद सेंट्रल जोन ने करोड़ की कमाई की है.
कितनी मिली इनामी राशि?
खिताब जीतने पर सेंट्रल जोन को एक करोड़ रुपये की पुरस्कार राशि दी गई, जबकि उपविजेता साउथ जोन को 50 लाख रुपये मिले. घरेलू क्रिकेट में 2023 के बाद से इनामी राशि और खिलाड़ियों की सैलरी में उल्लेखनीय बढ़ोतरी हुई है. आपको बता दें कि इससे पहले दलीप ट्रॉफी विजेता टीम को 40 लाख और उपविजेता को 20 लाख रुपये मिलते थे.
इस टूर्नामेंट में कुल 6 टीमों ने भाग लिया. जिसमें 2 क्वार्टर फाइनल, 2 सेमीफाइनल और 1 फाइनल मुकाबला खेला गया. सभी मैच नॉकआउट थे, ऐसे में जो टीम हारती गई वह बाहर होती गई. इस बार यह टूर्नामेंट अपने पुराने स्वरूप में भी लौटा, जिसे पहले इंडिया ए, बी, सी और डी के चार टीमों में बांटा गया था.

सातवीं बार दलीप ट्रॉफी चैंपियन
मैच की बात करें तो, सेंट्रल जोन ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी की और साउथ जोन को पहली पारी में 149 रन पर समेट दिया. कुमार कार्तिकेय ने 4 और सारांश जैन ने 5 विकेट लिए. इसके जवाब में सेंट्रल जोन ने रजत (101) और यश राठौड़ (194) की शानदार पारियों की बदौलत 511 रन बनाए और 362 रन की बड़ी बढ़त हासिल की. साउथ जोन ने दूसरी पारी में 426 रन बनाए, लेकिन छोटा लक्ष्य मिलने के बाद सेंट्रल जोन 20.3 ओवर में चार विकेट खोकर 66 रन बनाते हुए लक्ष्य हासिल किया.
उस समय क्रीज पर अक्षय वाडकर (19*, 52 गेंद) और पहली पारी में शतक जमाने वाले यश राठौड़ (13*, 16 गेंद) मौजूद थे. यह सेंट्रल जोन का दलीप ट्रॉफी में सातवां खिताब है. छोटे से लक्ष्य के सामने सेंट्रल जोन लड़खड़ाया गया था. बाएं हाथ के स्पिनर अंकित शर्मा ने दानिश मालेवार (05) को आउट किया. उनकी गेंद तेजी से घूमी और बल्ले का किनारा लेकर विकेटकीपर मोहम्मद अजहरुद्दीन के पास पहुंची.
अंकित ने सेंट्रल जोन के कप्तान रजत पाटीदार का विकेट भी लिया, जो जल्दबाजी में स्लॉग स्वीप खेलने के चक्कर में मिड-ऑन पर एमडी निधिश के हाथों कैच आउट हो गए. रविवार को भारत ए टीम में शामिल किए गए तेज गेंदबाज गुरजपनीत सिंह ने शुभम शर्मा और सारांश जैन के विकेट चटकाए. हालांकि मैच के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी राठौड़ और वाडकर ने इसके बाद सेंट्रल जोन को लक्ष्य तक पहुंचाया.

प्लेयर ऑफ द मैच और सीरीज अवॉर्ड्स
सारांश जैन को पूरी सीरीज में शानदार गेंदबाजी के लिए प्लेयर ऑफ द सीरीज और फाइनल मैच में कुल 207 रन बनाने वाले यश राठौड़ को प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया. कप्तान पाटीदार के लिए यह साल का दूसरा बड़ा खिताब रहा. वे आईपीएल में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु को खिताबी जीत दिला चुके हैं, जो 18 साल में फ्रेंचाइजी का पहला खिताब था. उन्होंने जीत के बाद कहा, “हर कप्तान की ख्वाहिश होती है कि वह टीम को ट्रॉफी दिलाए. हमारे खिलाड़ियों ने पूरे टूर्नामेंट में बेहतरीन जज्बा दिखाया और मैं इससे बेहद खुश हूं.”
साउथ जोन के कप्तान अजहरुद्दीन ने हार के बाद कहा कि फाइनल तक पहुंचना भी टीम के लिए बड़ी उपलब्धि है. उन्होंने आगे जोड़ा कि यह अनुभव लंबी घरेलू सत्र में उनके काम आएगा, जो 15 अक्टूबर से रणजी ट्रॉफी के साथ शुरू होगा. यह उनके लिए आने वाले लंबे घरेलू सत्र में प्रेरणा का काम करेगा.
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