एशिया कप 2025 (Asia Cup 2025) में भारत और पाकिस्तान (IND vs PAK) के बीच खेले गए हाई-वोल्टेज मुकाबले के बाद नया विवाद खड़ा हो गया है. भारत ने यह मैच सात विकेट से जीतकर पाकिस्तान को हर विभाग में मात दी, लेकिन असली सुर्खियों में मैच के बाद भारतीय खिलाड़ियों का पाकिस्तान के खिलाड़ियों से हाथ मिलाने से इनकार रहा. इस पर पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) ने एशियाई क्रिकेट परिषद (ACC) में औपचारिक शिकायत दर्ज कराई है. वहीं, भारतीय कप्तान सूर्यकुमार यादव ने साफ किया कि यह कदम खेल भावना के खिलाफ नहीं बल्कि अप्रैल में पहलगाम आतंकी हमले के पीड़ितों के परिवारों के साथ एकजुटता दिखाने के लिए उठाया गया था.
PCB की कड़ी आपत्ति और विरोध
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने रविवार देर रात जारी बयान में भारतीय खिलाड़ियों के रवैये को ‘‘खेल भावना के खिलाफ’’ बताया. पीसीबी ने कहा कि टीम मैनेजर नवीद चीमा ने इस मसले को गंभीरता से उठाया और एसीसी को आधिकारिक तौर पर सूचित किया. बोर्ड का कहना है कि भारतीय खिलाड़ियों का हाथ न मिलाना खेल की मूल भावना को ठेस पहुँचाने वाला है. विरोध दर्ज कराने के प्रतीकात्मक कदम के रूप में पाकिस्तान ने अपने कप्तान को मैच के बाद होने वाले पुरस्कार वितरण समारोह में भी नहीं भेजा. यह सीधे तौर पर भारत के व्यवहार पर नाराजगी जताने का संकेत था.
भारत का रुख
दूसरी ओर, भारतीय कप्तान सूर्यकुमार यादव ने इस विवाद को अलग ही संदर्भ में रखा. उन्होंने कहा कि भारतीय टीम का मकसद विपक्षी खिलाड़ियों का अपमान करना नहीं था, बल्कि यह फैसला अप्रैल में पहलगाम में हुए आतंकी हमले के शिकार परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करने का तरीका था. सूर्यकुमार ने कहा कि टीम इंडिया देश के नागरिकों और शहीदों के परिवारों के साथ खड़ी है और इसी कारण खिलाड़ियों ने पाकिस्तान टीम से हाथ मिलाने से दूरी बनाई.
‘ऑपरेशन सिंदूर’ की पृष्ठभूमि
गौरतलब है कि अप्रैल 2025 में पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले ने पूरे देश को झकझोर दिया था. इस घटना में सुरक्षा बलों के जवान और स्थानीय नागरिक शहीद हुए थे. इसके बाद मई में भारत ने सीमा पार आतंकी ढांचे को खत्म करने के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ चलाया था. इस सैन्य कार्रवाई के बाद पहली बार भारत और पाकिस्तान की टीमें क्रिकेट मैदान पर आमने-सामने आईं. ऐसे में भारतीय टीम का हाथ न मिलाने का फैसला केवल खेल से जुड़ा मुद्दा नहीं बल्कि हालिया घटनाओं के प्रति भावनात्मक प्रतिक्रिया भी माना जा रहा है.
मैच का नतीजा और खेल पर असर
मैच की बात करें तो भारत ने पाकिस्तान को हर विभाग में पछाड़ा. गेंदबाजों ने पाकिस्तानी बल्लेबाजों को दबाव में रखा और बल्लेबाजी में भारत ने आसानी से लक्ष्य हासिल किया. सात विकेट से मिली यह जीत भारत की दबदबे वाली रही, लेकिन मैच के बाद के घटनाक्रम ने क्रिकेट की बजाय राजनीति और संवेदनाओं को केंद्र में ला दिया. अब देखना होगा कि एसीसी इस विवाद पर क्या रुख अपनाता है और क्या भविष्य में दोनों टीमों के रिश्ते मैदान पर और भी जटिल होते हैं.
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