पुणे : ऑस्ट्रेलिया से पहले टेस्ट में मिली शर्मनाक हार में भारतीय बल्लेबाजों के प्रदर्शन से निराश कप्तान विराट कोहली ने आज कहा कि उन्होंने दिखा दिया कि टर्निंग पिचों पर कैसे बल्लेबाजी नहीं करनी है. कोहली को बतौर कप्तान अपनी सरजमीं पर पहली टेस्ट हार झेलनी पड़ी. उन्होंने कहा ,‘‘ बल्लेबाजों ने दोनों पारियों […]
पुणे : ऑस्ट्रेलिया से पहले टेस्ट में मिली शर्मनाक हार में भारतीय बल्लेबाजों के प्रदर्शन से निराश कप्तान विराट कोहली ने आज कहा कि उन्होंने दिखा दिया कि टर्निंग पिचों पर कैसे बल्लेबाजी नहीं करनी है. कोहली को बतौर कप्तान अपनी सरजमीं पर पहली टेस्ट हार झेलनी पड़ी. उन्होंने कहा ,‘‘ बल्लेबाजों ने दोनों पारियों में निराश किया. हम बहुत खराब खेले और कोई साझेदारी नहीं बना सके. बल्लेबाजों को अपने प्रदर्शन में सुधार करना होगा. उन्होंने दिखाया कि कैसी बल्लेबाजी नहीं करनी है.” उन्होंने कहा कि पहली पारी में 155 रन की बढ़त देना घातक था और इसके बाद वापसी मुमकिन नहीं थी.
कोहली ने कहा ,‘‘ यह बहुत कम होता है कि चार पांच बल्लेबाज दोनों पारियों में ऐसी गलतियां करें , खासकर जब पिछले कुछ महीने से हम इतना उम्दा खेल रहे हैं. यह सबसे खराब बल्लेबाजी प्रदर्शन है. हमें स्वीकार करना होगा कि हमें सुधार की जरुरत है और बेंगलूर में बेहतर प्रदर्शन करना होगा.” अपने विकेट के बारे में उन्होंने कहा कि गेंद को आंकने में उनसे गलती हुई. उन्हें स्पिनर स्टीव ओकीफे ने आउट किया. उन्होंने कहा ,‘‘ मैने गेंद को बहुत जल्दी छोड़ दिया. मुझे थोड़ा इंतजार करना चाहिये था. यह मेरी गलती थी.”
कोहली ने कहा कि टीम इस हार से मनोबल टूटने नहीं देगी और गाले में 2015 में श्रीलंका से मिली हार के बाद जिस तरह वापसी की थी, वैसे ही यहां भी करेगी. उन्होंने कहा ,‘‘ यह बस एक अंतरराष्ट्रीय मैच है , कोई बड़ी बात नहीं. हमें धैर्य से काम लेना होगा. जिस तरह हम जीत पर अति उत्साहित नहीं होते, उसी तरह हारने पर भी ज्यादा परेशान नहीं होना है.” उन्होंने कहा ,‘‘ पिछली बार इस तरह का प्रदर्शन गाले में देखा गया था. हमें उसी तरह वापसी करनी है जैसी वहां की थी.
यदि आप स्टीव स्मिथ जैसे बल्लेबाज के पांच कैच छोड़ेंगे और 11 रन के भीतर आखिरी सात विकेट गंवायेंगे तो जीत के हकदार नहीं है.” उन्होंने गेंदबाजों का बचाव करते हुए कहा ,‘‘ मैं उन्हें दोष नहीं दूंगा. बल्लेबाजों ने हमें ऐसे हालात में पहुंचा दिया कि वापसी करना मुश्किल था. उमेश यादव ने टर्निंग पिच पर इतनी उम्दा गेंदबाजी की.”