नयी दिल्ली : कैरेबियाई प्रीमियर लीग भले ही आईपीएल की तरह लोकप्रिय नहीं है लेकिन टूर्नामेंट के सीओओ पीट रसेल बीसीसीआई के वर्तमान पदाधिकारियों के साथ उपयोगी बातचीत करना चाहते हैं ताकि उन्हें इस टी20 टूर्नामेंट में भाग लेने के लिये भारतीय क्रिकेटरों को अनुमति देने के लिये मनाया जा सके. बीसीसीआई के नियमों के अनुसार भारत एकमात्र ऐसा देश है जो अपने खिलाडियों को विश्व भर के निजी टी20 लीगों में खेलने की अनुमति नहीं देता है.
रसेल ने कहा, यदि भारतीय क्रिकेटरों को कैरेबियाई प्रीमियर लीग में खेलने की अनुमति मिलती है तो यह पूरे टूर्नामेंट के लिये अच्छा रहेगा. भारतीय क्रिकेटर वेस्टइंडीज में काफी लोकप्रिय हैं. उनके वहां काफी प्रशंसक हैं और उनकी उपस्थिति से टूर्नामेंट को मजबूती मिलेगी. उन्होंने कहा, हम लीग के अगले सत्र में भारतीय खिलाडियों की भागीदारी को लेकर निश्चित रुप से बीसीसीआई के शीर्ष पदाधिकारियों के साथ चर्चा करना चाहेंगे.
रसेल ने कहा, हम इस बात से अच्छी तरह वाकिफ हैं कि अंतरराष्ट्रीय प्रतिबद्धताओं के कारण भारत के चोटी क्रिकेटर उपलब्ध नहीं होंगे. लेकिन यदि आप सीनियर टीम को छोड़ दो तो फिर अगली श्रेणी में कई अच्छे खिलाड़ी है जो इंडियन प्रीमियर लीग में अच्छा प्रदर्शन करते हैं और उन्हें सभी जानते हैं. मेरा मानना है कि यदि दूसरी श्रेणी के खिलाडियों जो राष्ट्रीय टीम से नहीं खेल रहे हों, उन्हें सीपीएल में खेलने की अनुमति मिल जाती है तो इससे दोनों पक्षों को फायदा होगा.
रसेल ने इसके साथ ही कहा कि शाहरुख खान के सीपीएल से जुड़ने से टूर्नामेंट का स्तर बढ़ गया है. शाहरुख ने इस साल त्रिनिदाद एवं टोबैगो फ्रेंचाइजी खरीदी थी. उन्होंने कहा, कैरेबियाई द्वीपों में शाहरुख के चाहने वालों की तादाद बहुत अधिक है. उनके जुडने से टूर्नामेंट को मजबूती मिली है. जिस तरह से केविन पीटरसन की उपस्थिति से क्रिकेट प्रेमियों की दिलचस्पी बढ़ी है. इस साल पुरस्कार राशि में भी बढोतरी की गयी है.