नयी दिल्ली : युवराज सिंह के पिता योगराज सिंह ने आज दावा किया कि महेंद्र सिंह धौनी उनके बेटे को भारत की विश्व कप क्रिकेट टीम में नहीं चाहते थे लेकिन कुछ मिनट बाद ही युवराज ने इसका खंडन किया. योगराज ने कहा , मैं हैरान रह गया जब मैने देखा कि युवराज का नाम विश्व कप टीम में नहीं है. यदि एमएस धौनी को मेरे बेटे से कोई निजी समस्या है तो मैं कुछ नहीं करुंगा. भगवान ही न्याय करेंगे. धौनी ने चयनकर्ताओं से कहा कि युवराज की टीम में जरुरत नहीं है.
युवराज ने हालांकि कुछ देर बाद ट्विटर पर कहा , हर माता पिता की तरह मेरे पिता भी भावुक हो गए और भावनाओं में बहकर बोल गए. मैने हमेशा माही की कप्तानी में खेलने का मजा लिया है और आगे भी ऐसा करता रहूंगा. योगराज ने यह बयान ऐसे दिन दिया जब युवराज को आईपीएल की नीलामी में 16 करोड़ रुपये में खरीदा गया.
चयनकर्ताओं ने युवा स्पिनर अक्षर पटेल को युवराज पर तरजीह दी. योगराज ने कहा , युवराज ने 15 साल तक देश के लिये खून पसीना दिया और 90 प्रतिशत मैच जीते. उसने धोनी के साथ भी खेला और कई टूर्नामेंट जीते. पिछले विश्व कप में युवराज कैंसर से जूझते हुए खेला और टीम को विश्व कप जीतने में अहम भूमिका निभाई.
योगराज ने कहा , जब वह कैंसर से जूझ रहा था, तब उसने मुझसे कहा कि यदि वह मर भी जाये तो देश के लिये खेलने की चाह कम नहीं होगी और वह भारत को विश्व कप दिलाने की पूरी कोशिश करेगा. और अब उसके साथ ऐसा बर्ताव किया गया.
धौनी पर भडास निकालते हुए उन्होंने कहा , मैं धौनी को बताना चाहूंगा कि सही तालीम और संस्कार सिखाते हैं कि यदि कोई हमवतन गिरता है तो उसकी मदद करनी चाहिये. यदि वह चल नहीं पा रहा है तो उसे अपना कंधा देना चाहिये.
उन्होंने कहा , मैं धौनी के माता पिता को भी कहना चाहूंगा कि कल भले ही युवराज और धौनी नहीं खेल रहे होंगे लेकिन धौनी ने युवराज के साथ जो किया, वह हमेशा याद रखा जायेगा. मैं बहुत दुखी हूं क्योकि मैं या युवराज धोनी के दुश्मन नहीं है लेकिन मैं उससे कहना चाहता हूं कि उसने जो किया, ईश्वर उसका बदला लेगा. उन्होंने यह भी कहा , कप्तान होने के नाते धौनी को अपने सीनियर खिलाडियों का समर्थन करना चाहिये जो अस्थायी तौर पर खराब फार्म से जूझ रहे हैं. मुझे नहीं पता कि वह टीम में युवराज को क्यो नहीं चाहते थे. मेरे बेटे ने हमेशा धोनी की तारीफ की है.