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मिशन वर्ल्ड कप : भारत का मध्यक्रम भरोसे के लायक नहीं, अब भी कोहली, रोहित और धवन पर ही टिकी है हमारी बल्लेबाजी
नयी दिल्ली : 30 मई से इंग्लैंड में होनेवाले विश्व कप क्रिकेट से पहले ऑस्ट्रेलिया से अंतिम वनडे सीरीज भारत ने गंवा दी. इस सीरीज में भारत की कई कमजोरियां नजर आयीं. धौनी की गैरमौजूदगी में विकेट के पीछे रिषभ पंत कमजोर नजर आये, तो कप्तान कोहली झल्लाते. फील्डिंग पर भी सवाल उठे, तो गेंदबाजी […]
नयी दिल्ली : 30 मई से इंग्लैंड में होनेवाले विश्व कप क्रिकेट से पहले ऑस्ट्रेलिया से अंतिम वनडे सीरीज भारत ने गंवा दी. इस सीरीज में भारत की कई कमजोरियां नजर आयीं. धौनी की गैरमौजूदगी में विकेट के पीछे रिषभ पंत कमजोर नजर आये, तो कप्तान कोहली झल्लाते. फील्डिंग पर भी सवाल उठे, तो गेंदबाजी में बुमराह को छोड़ कर ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजी पर अंकुश लगाने में भारतीय गेंदबाज असफल रहे.
भारतीय बल्लेबाजी जहां अब भी धौनी, कोहली, धवन व रोहित पर केंद्रित है, तो मध्यक्रम कमजोर दिखाई दे रहा है. हालांकि जाधव और विजय शंकर ने कुछ अच्छी साझेदारियां कर उम्मीद जगायी हैं, लेकिन इनके प्रदर्शन में निरंतरता की कमी चिंता का विषय बनी हुई है.
विश्व कप को लेकर भारतीय टीम मैनेजमेंट ने पिछले दो वर्षों में टीम में कई प्रयोग किये. कई नये खिलाड़ियों को मौका दिया गया, पर दो वर्षों का प्रदर्शन देखें, तो सीनियर खिलाड़ियों को छोड़ कर जूनियर अपनी जगह फिक्स्ड करने में असफल रहे हैं. भारत ने पिछले दो वर्षों में जो भी मैच जीते हैं उनमें सीनियर खिलाड़ियों को महत्वपूर्ण योगदान रहा है.
3088 रन सबसे अधिक कोहली ने बनाये
1225 रन बना कर धौनी चौथे सफल बल्लेबाज रहे हैं.
706 रन 44 मैचों में बना कर जाधव कुछ हद तक छाप छोड़ने में सफल रहे हैं.
2879 रन बना कर दूसरे स्थान पर हैं रोहित
2265 रन बनाये हैं धवन ने व तीसरे स्थान पर रहे
शीर्ष पांच ने शतक का आंकड़ा छुआ
बल्लेबाज शतक
कोहली 14
रोहित 12
धवन 07
रहाणे 01
रायुडू 01
33 शतक जड़ा कोहली, रोहित और धवन ने पिछले दो वर्षों के दौरान भारत की ओर से
14213 रन बनाये भारतीय बल्लेबाजों ने
58% रन बनाये हैं धवन, कोहली व रोहित ने भारत के कुल रन में से
32 क्रिकेटरों को पिछले दो वर्षों के दौरान भारतीय टीम की ओर से खेलने का मौका दिया गया
ये रहे हैं शीर्ष गेंदबाज
कुलदीप यादव
युजवेंद्र चहल
जसप्रीत बुमराह
भुवनेश्वर कुमार
हार्दिक
पांड्या
मोहम्मद शमी
पिछले दो वर्षों में खूब हुआ प्रयोग
कुलदीप यादव (गेंदबाज), शर्दुल ठाकुर (गेंदबाज), श्रेयस अय्यर (बल्लेबाज), वाशिंगटन सुंदर (गेंदबाज), सिद्धार्थ कौल (गेंदबाज), खलील अहमद (गेंदबाज), दीपक चहर (ऑल राउंडर), रिषभ पंत (विकेटकीपर), मो सिराज (गेंदबाज), विजय शंकर (ऑल राउंडर), शुभमान गिल (बल्लेबाज)ने पिछले दो वर्षों के दौरान पदार्पण किया, इनमें से कुलदीप को छोड़ कर किसी का स्थान अभी विश्व कप में पक्का नहीं हुआ है.
आइपीएल में कितने मैच खेलने हैं, यह फैसला खिलाड़ी खुद करेगा : कोहली
नयी दिल्ली : भारतीय खिलाड़ियों के विश्व कप से ठीक पहले इंडियन प्रीमियर लीग में खेलने से उन पर पड़ रहा काम का बोझ चर्चा का विषय बना हुआ है, लेकिन भारतीय कप्तान विराट कोहली ने यह फैसला अपने साथियों पर छोड़ दिया है कि उन्हें इस टी-20 टूर्नामेंट में कितने मैच खेलने हैं और कितने नहीं.
आइपीएल 23 मार्च से शुरू हो जाएगा और इसके समापन के तुरंत बाद भारतीय टीम को इंग्लैंड रवाना होना है, जहां 30 मई से विश्व कप खेला जायेगा. चयन समिति के अध्यक्ष एमएसके प्रसाद पहले ही कह चुके हैं कि खिलाड़ियों पर पड़ रहे काम के बोझ को लेकर फ्रेंचाइजी से बात की गयी है, लेकिन कोहली ने कहा कि अपने कार्यभार को व्यवस्थित करना खिलाड़ी का काम है.
कोहली ने कहा कि हमने खिलाड़ी को पूरी बुद्धिमता से काम लेने और फ्रेंचाइजी प्रबंधन को सूचित करने की जिम्मेदारी दी है. वे हमारे फिजियो पैट्रिक फरहार्ट के संपर्क में रहेंगे. विश्व कप के लिये सभी चीजों पर निगरानी रखी जायेगी .
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