Sawan 2023 Vrat Tyohar: अगस्त के महीने में कई बड़े त्योहार पड़ रहे हैं. इस महीने 21 अगस्त दिन सोमवार को नाग पंचमी का त्योहार पड़ रहा है. इसके अलावा 31 अगस्त दिन गुरुवार को भाई-बहन के प्रेम का प्रतीक रक्षाबंधन का पर्व है. हालांकि कुछ जगहों पर रक्षाबंधन का त्योहार 30 अगस्त 2023 दिन बुधवार को भी मनाया जाएगा. वहीं, हरियाली तीज का व्रत 19 अगस्त 2023 दिन शनिवार को है. ये सभी व्रत त्योहार काफी धूमधाम से मनाए जाते हैं. आइए जानें अगस्त महीने के अन्य व्रत और त्योहारों की पूरी लिस्ट...
नाग पंचमी 2023 तिथि और पूजा मुहूर्त
ऋषिकेश पंचांग के अनुसार, नाग पंचमी का पर्व सावन मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाया जाता है. इस बार पंचमी तिथि 20 अगस्त दिन रविवार की रात 09 बजकर 03 मिनट से शुरू हो रही है, और यह तिथि 21 अगस्त दिन सोमवार की रात 09 बजकर 54 मिनट तक पंचमी तिथि रहेगी. इस दिन चित्रा नक्षत्र रात में 3 बजकर 47 मिनट तक एवं शुभ योग रात्रि में 09 बजकर 14 मिनट तक है. इस दिन तक्षक पूजा की जाएगी. सूर्योदय की तिथि के आधार पर इस साल नाग पंचमी 21 अगस्त दिन सोमवार को मनाई जाएगी. नाग पंचमी की पूजा के लिए 21 अगस्त दिन सोमवार को पूरे दिन शुभ मुहूर्त है. इस दिन आप नाग पंचमी की पूजा पूरे दिन कर सकते हैं. इस बार नागपंचमी पर दो शुभ योग बन रहे हैं.
रक्षाबंधन कब है और शुभ मुहूर्त (Rakshabandhan Muhurat)
साल 2023 में सावन मास के आखिरी दिन यानि पूर्णिमा के दिन रक्षाबंधन का पर्व मानाया जाता है. इस साल पूर्णिमा तिथि 30 अगस्त की सुबह 10 बजकर 13 मिनट से शुरु होगी, जो 31 अगस्त 2023 की सुबह 07 बजकर 46 मिनट तक चलेगी. लेकिन पूर्णिमा के साथ ही भद्राकाल भी शुरु हो जाएगा. भद्राकाल में राखी बांधना शुभ नहीं माना गया है. भद्राकाल 30 अगस्त 2023 दिन बुधवार की सुबह 10.13 मिनट से रात को 8 बजकर 47 मिनट पर होगी. ऐसे में भद्राकाल समाप्त होने पर ही राखी बांधी जाएगी. भद्रा के समय रक्षाबंधन करना निषिद्ध माना गया है. सभी शुभ कार्यों के लिए भद्रा का त्याग करना चाहिए. भद्रा के पूर्व अर्ध भाग में व्याप्त रहती है. शास्त्रों के अनुसार भद्रा काल में रक्षाबंधन नहीं करना चाहिए, यह समय अशुभ होता है. भद्रा काल में शुभ कार्य नहीं किए जाते है. ऐसे में भद्राकाल समाप्त होने पर ही राखी बांधी जाएगी.
राखी बांधने का सही समय (Rakshabandhan Muhurat)
रक्षाबंधन का शुभ मुहूर्त 30 अगस्त 2023 रात 10 बजकर 13 मिनट से 31 अगस्त की सुबह 07 बजकर 46 मिनट तक रहेगा. लेकिन 31 अगस्त को सावन पूर्णिमा सुबह 07 बजकर 46 मिनट तक है, इस समय भद्रा काल नहीं है. इस वजह से 31 अगस्त को बहनें अपने भाई को राखी बांध सकती है. इस तरह साल 2023 में 30 और 31 अगस्त दोनों दिन रक्षाबंधन का त्योहार मनाया जाएगा. लेकिन भद्रा काल का ध्यान में रखकर राखी बांधे.
हरियाली तीज व्रत 2023 (Hariyali Teej 2023)
हिंदू पंचांग के अनुसार, इस साल हरियाली तीज की तिथि 18 अगस्त 2023 को रात 8 बजकर 02 मिनट से शुरू है. यह तिथि 19 अगस्त 2023 की रात 10 बजकर 19 मिनट तक रहेगी. महिलाएं 19 अगस्त के दिन हरियाली तीज का व्रत रखेंगी. हरियाली तीज पूजा के लिए शुभ मुहूर्त सुबह 7 बजकर 47 मिनट से लेकर सुबह 9 बजकर 22 मिनट तक रहेगा. इसके अलावा शाम को 6 बजकर 52 मिनट से लेकर 7 बजकर 45 मिनट तक भी पूजन के लिए शुभ मुहूर्त है. इस दौरान भगवान शंकर और माता पार्वती का श्रृंगार कर उन्हें फल, मिठाई, फूल, अर्पित करने चाहिए.
इस दिन महिलाएं करती हैं 16 श्रृंगार
सुहागिन महिलाएं और कुंवारी कन्याएं हरियाली तीज का व्रत निर्जला रखती हैं. व्रत में शाम को भगवान शिव और माता पार्वती की विधि –विधान पूर्वक पूजा करती हैं. पूजा के दौरान महिलाएं 16 श्रृंगार की वस्तुएं मां पार्वती को अर्पित करती हैं. पूजा के बाद व्रती चांद का दर्शन करती हैं तथा उन्हें अर्घ्य प्रदान करती हैं. तब हरियाली व्रत पूरा होता है. उसके बाद ही कुछ ग्रहण करती है. इस दौरान बिना चांद दर्शन के व्रत पूरा नहीं माना जाता है.