Radha Rani Ki Aarti In Hindi: भाद्रपद शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि पर हर वर्ष राधा अष्टमी का पर्व मनाया जाता है. यह दिन श्री राधा रानी के जन्मोत्सव के रूप में समर्पित है. पूजा के समय राधा रानी की आरती अवश्य करनी चाहिए. यहां हम आपके लिए राधा अष्टमी की आरती के बोल प्रस्तुत कर रहे हैं, पर उस से पहले जानें राधा अष्टमी का शुभ मुहूर्त
राधा अष्टमी का शुभ मुहूर्त
इस अवसर पर भक्तगण व्रत रखते हैं और मध्याह्न काल में राधा रानी की विधि-विधान से पूजा अर्चना करते हैं. इस वर्ष राधा अष्टमी का शुभ मुहूर्त 31 अगस्त 2025 को सुबह 11:05 से दोपहर 01:38 बजे तक रहेगा.
राधा अष्टमी की आरती
आरती श्री वृषभानु लली की, मंजुल मूर्ति मोहन ममता की…आरती श्री वृषभानु लली की।
त्रिविध तापयुत संसृति नाशिनि, विमल विवेकविराग विकासिनि ।
पावन प्रभु पद प्रीति प्रकाशिनि, सुन्दरतम छवि सुन्दरता की ॥
॥ आरती श्री वृषभानु लली की, मंजुल मूर्ति मोहन ममता की ॥
मुनि मन मोहन मोहन मोहनि, मधुर मनोहर मूरति सोहनि ।
अविरलप्रेम अमिय रस दोहनि, प्रिय अति सदा सखी ललिता की ॥
॥ आरती श्री वृषभानु लली की, मंजुल मूर्ति मोहन ममता की ॥
संतत सेव्य सत मुनि जनकी, आकर अमित दिव्यगुन गनकी ।
आकर्षिणी कृष्ण तन मनकी, अति अमूल्य सम्पति समता की ॥
॥ आरती श्री वृषभानु लली की, मंजुल मूर्ति मोहन ममता की ॥
कृष्णात्मिका, कृष्ण सहचारिणि, चिन्मयवृन्दा विपिन विहारिणि ।
जगजननि जग दुखनिवारिणि, आदि अनादिशक्ति विभुता की ॥
॥ आरती श्री वृषभानु लली की, मंजुल मूर्ति मोहन ममता की ॥
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