Mahashivratri vastu Dosh 2025: सनातन धर्म में महाशिवरात्रि का अधिक महत्व मानते है. वहीं इस दिन भगवान शिव और मां पार्वती की विधि पूर्वक से पूजा-आराधना कर मनोवांछित वरदान प्राप्त करने के लिए भक्त व्रत उपासनाभी करते हैं.साथ ही हर वर्ष फाल्गुन महीने के चतुर्दशी तिथि के दिन पर महाशिवरात्रि का व्रत रखने की मान्यता है.हालांकि मान्यताओं के अनुसार, महाशिवरात्रि के अवसर पर आपके जीवन में भौतिक सुख-समृद्धि और शांति प्राप्त के लिए वास्तु शास्त्र के कुछ उपाय करने से आपको लाभ हो सकता है.
आइए जानते हैं की ज्योतिषी शास्त्र के मुताबिक महाशिवरात्री के अवसर पर कौन से वास्तु दोष उपाय करें.
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महाशिवरात्रि पर अवश्य करें रामायण पाठ दूर होंगें सभी वास्तु दोष
महाशिवरात्रि के अवसर पर रामायण का पाठ करने से घर-परिवार में समस्त प्रकार के वास्तु दोष से मुक्ति मिलता है.साथ ही इस शुभ तिथि पर रामायण पाठ करने से भक्तों को ना ही सिर्फ भगवान शिव बल्कि प्रभु श्रीराम का भी अभय वरदान प्राप्त होती है.वहीं पौराणिक कथाओं के अनुसार मान्यता है कि रामायण में इस तथ्य का जिक्र मिलता है कि भगवान राम शिव जी को और शिव जी भगवान राम को अपना आराध्य गुरु मानते हैं.श्रीराम को अपना प्रिय मानते हैं शिवजी, इसलिए शिवरात्रि पर रामायण का पाठ करने से मनोवांछित फल मिलता है.
रामचरितमानस के कई ऐसे श्लोक हैं जो व्यक्ति के जीवन को कई तरह से सहायक सहारा का आशीर्वाद प्राप्त होता हैं.हालांकि वहीं इनमें से कुछ प्रमुख श्लोक है जो इस प्रकार होते हैं, जिनमें भगवान शिव द्वारा रामचरितमानस के पाठ में श्री रघुबीर जी की स्तुति श्लोक भी शामिल है, जिसके बारे में मान्यता है कि इसका पाठ करने से आपके जीवन में दुर्घटनाओं, अपयश, मुकदमों और भूत पिशाच ,कला जादू जैसे नकारात्मक ऊर्जा और विचारों से सुरक्षित रहतें है.
महाशिवरात्रि शुभ मुहूर्त
हिंदू पंचांग के अनुसार, फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि 26 फरवरी 2025 को सुबह 11 बजकर 08 मिनट पर शुभारंभ होगा.वहीं, इस तिथि की समाप्ति अगले दिन 27 फरवरी 2025 को सुबह को 08 बजकर 54 मिनट पर होगी.वैदिक पंचांग के अनुसार महाशिवरात्रि 26 फरवरी 2025 को मनाई जाएगी.
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