Jagannath rath yatra 2025 : जगन्नाथ रथ यात्रा हिन्दू धर्म का एक अत्यंत पवित्र और प्रसिद्ध पर्व है, जो हर साल आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि को मनाई जाती हैm यह दिन विशेष रूप से भगवान जगन्नाथ, उनके भाई बलराम और बहन सुभद्रा के रथों के चलते समय पूरे भारत में धूमधाम से मनाया जाता है. इस दिन लाखों भक्त भगवान के रथ के दर्शन के लिए उमड़ते हैं, लेकिन यदि आप इस बार घर पर रहकर ही भगवान जगन्नाथ को प्रसन्न करना चाहते हैं, तो कुछ सरल और प्रभावी उपायों का पालन कर सकते हैं. आइए जानते हैं कि इस दिन को किस प्रकार घर पर रहकर विशेष रूप से भगवान जगन्नाथ की पूजा और आशीर्वाद प्राप्त किया जा सकता है:-

– रथ यात्रा का ध्यान और मनन
जगन्नाथ रथ यात्रा के दिन सबसे पहले भगवान जगन्नाथ के रथ के आगमन का मानसिक रूप से ध्यान करें. आप घर में पूजा स्थल पर भगवान जगन्नाथ की तस्वीर या मूर्ति रखें और उनके रथ यात्रा की छवियों का मनन करें. रथ यात्रा का मानसिक रूप से ध्यान करने से भी भगवान की कृपा मिलती है और मानसिक शांति का अनुभव होता है. आप “जय जगन्नाथ” का मंत्र जाप करें, जो भगवान की कृपा को आकर्षित करता है.
– घर में श्री जगन्नाथ की पूजा
इस दिन भगवान जगन्नाथ की विशेष पूजा घर पर करें। पूजा स्थल को शुद्ध करके वहां भगवान जगन्नाथ की मूर्ति या तस्वीर स्थापित करें. सबसे पहले स्नान करके, पवित्र वस्त्र पहनकर भगवान को ताजे फूल, फल और शुद्ध जल अर्पित करें. विशेष रूप से इस दिन श्री जगन्नाथ के प्रसिद्ध भोगों का अर्पण करना चाहिए, जैसे खिचड़ी, गुड़, घी और ताजा फल. इन भोगों से भगवान प्रसन्न होते हैं और भक्तों पर कृपा बरसाते हैं.
– भक्ति गीतों और शास्त्रों का पाठ
जगन्नाथ रथ यात्रा के दिन भगवान की महिमा को गाने वाले भक्ति गीतों का गान करें. “जय जगन्नाथ” या “रघुकुल नायक जगन्नाथ” जैसे भक्ति गीतों का पाठ आपके घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करेगा. साथ ही, भगवत गीता और अन्य शास्त्रों का पाठ भी करें. यह न केवल आत्मिक शांति का कारण बनेगा, बल्कि भगवान की भक्ति में भी वृद्धि करेगा.
– श्री जगन्नाथ के रथ यात्रा का व्रत
यदि आप रथ यात्रा का महत्व समझते हैं तो इस दिन विशेष रूप से उपवासी रहकर व्रत रखें. भगवान जगन्नाथ के रथ की यात्रा को देखकर उनकी कृपा प्राप्त होती है. इस दिन उपवासी रहकर भगवान के रथ यात्रा के दर्शन की मानसिक स्थिति बनाए रखें. इसके अलावा, दान-पुण्य करने से भी पुण्य की प्राप्ति होती है, इस दिन गरीबों को भोजन या वस्त्र दान करने से विशेष पुण्य प्राप्त होता है.
– संयम और शांति बनाए रखें
जगन्नाथ रथ यात्रा के दिन संयम, शांति और आत्म-नियंत्रण बनाए रखना अत्यंत आवश्यक है. इस दिन क्रोध, अहंकार और नकारात्मक भावनाओं से बचें. भगवान जगन्नाथ की पूजा में जितनी श्रद्धा और समर्पण रहेगा, उतना ही अधिक लाभ मिलेगा. शांति और संयम के साथ भगवान की भक्ति करने से जीवन में सकारात्मक बदलाव आते हैं.
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इन उपायों को अपनाकर आप घर पर ही भगवान जगन्नाथ की कृपा प्राप्त कर सकते हैं और उनके आशीर्वाद से जीवन में सुख-शांति और समृद्धि ला सकते हैं. इस पवित्र दिन का लाभ प्राप्त करने के लिए सच्ची श्रद्धा और विश्वास जरूरी है.