Eid Milad-un-Nabi 2025: राजधानी रांची में शुक्रवार 5 सितंबर को पूरे अकीदत और श्रद्धा के साथ ईद मिलादुन्नबी (Eid Milad-un-Nabi 2025) मनाया जा रहा है. इस मौके पर शहरभर से जुलूस-ए-मोहम्मदी (Julus-e-Mohammadi 2025 Ranchi) निकाला जा रहा है.
मेन रोड से रिसालदार बाबा मैदान तक निकलेगा जुलूस
जुलूस-ए-मोहम्मदी मेन रोड एकरा मस्जिद चौक से शुरू होकर यूनुस चौक, जैन मंदिर रोड और नामकुम रोड होते हुए रिसालदार बाबा मैदान पहुंचेगा. बाद में यह अपने-अपने क्षेत्रों में लौट जाएगा.
1500 साल पूरे होने पर खास होगा जश्न
इस बार का जुलूस इसलिए भी खास है क्योंकि पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब के जन्म के 1500 साल पूरे हो रहे हैं. एदार-ए-शरिया झारखंड और सुन्नी बरेलवी सेंट्रल कमेटी की अगुवाई में यह जुलूस दिन 1:30 बजे से शुरू होकर शाम 6 बजे तक चलेगा.
हलुआ-पराठा का स्वाद बना आकर्षण
उर्स मैदान डोरंडा में हलुआ-पराठा का स्वाद लेने के लिए लोग सुबह से ही पहुंचने लगे हैं. यूपी से आए कारीगर बड़े-बड़े पराठे और खास हलुआ तैयार कर रहे हैं.
डोरंडा सीरत मैदान में जलसा
मरकजी सीरत कमेटी की ओर से डोरंडा सीरत मैदान में जलसा का आयोजन किया गया है. सुबह 7 बजे जुलूस मदरसा गौसिया मणिटोला से निकला और 9 बजे से तकरीर का सिलसिला शुरू हुआ. इसमें देशभर के मशहूर उलेमा, मुफ्ती और नातखां शामिल हुए.
महिलाओं के लिए जलसा का दूसरा चरण शाम 5 बजे से 8 बजे तक और तीसरा चरण रात 9 बजे से 2 बजे तक आयोजित होगा.
शहर की सड़कों पर खास सजावट
ईद मिलादुन्नबी को लेकर मुस्लिम बहुल इलाकों और मस्जिदों को झंडों, रंग-बिरंगे बल्बों और सजावटी सामग्रियों से खास तौर पर सजाया गया है. जगह-जगह पानी, शरबत, मिठाई और फल बांटकर लोगों का स्वागत किया जा रहा है.
जुलूस के दौरान नियम और प्रतिबंध
- बड़ी गाड़ियों और डीजे साउंड सिस्टम पर पूरी तरह रोक
- झंडे और सजावट 13 फीट से ज्यादा ऊंची नहीं होगी
- महिलाओं के जुलूस में शामिल होने पर रोक
- नारेबाजी सिर्फ नबी की शान में
- उलेमा के दिशा-निर्देश का पालन जरूरी
- नमाज के दौरान सभी साउंड सिस्टम बंद रहेंगे

