Dussehra 2025: लोग सुबह स्नान और ध्यान के बाद विधिपूर्वक भगवान श्रीराम की पूजा करते हैं. इसी दिन रावण दहन की परंपरा भी है, जो यह दर्शाती है कि सत्य और धर्म हमेशा जीतते हैं. इसके अलावा, दशहरा के दिन गरीबों और जरूरतमंदों को दान देने से जीवन में सकारात्मकता और खुशहाली आती है. दशहरा हमें सिखाता है कि भलाई के रास्ते पर चलना और दूसरों की मदद करना जरूरी है.
दशहरे के दिन करें ये उपाय
रोग से मिलेगी मुक्ति: दशहरे के दिन सुंदरकांड का पाठ करना लाभकारी माना जाता है. इसके साथ ही एक नारियल लेकर हनुमान चालीसा का दोहा “नासे रोग हरे सब पीरा” सात बार पढ़ें और रोगी के सिर के ऊपर से घुमाकर अंत में नारियल रावण दहन में डाल दें. ऐसा करने से बीमारियां दूर होती हैं.
व्यापार में उन्नति: अगर आप कारोबार में तरक्की चाहते हैं तो दशहरे के दिन पीले कपड़े पहनकर नारियल, मिठाई और जनेऊ किसी ब्राह्मण को दान करें. इससे व्यापार में लाभ और आर्थिक स्थिति मजबूत होती है.
शनि दोष से राहत: कुंडली में यदि शनि की साढ़ेसाती या ढैय्या चल रही है तो दशहरे के दिन शमी के पेड़ के नीचे तिल के तेल के 11 दीपक जलाएं और प्रार्थना करें. इससे शनि के प्रभाव से राहत मिलती है.
नहीं होगी घर में कलह: सबसे बड़ा दान गुप्त दान माना गया है. दशहरे पर किसी ब्राह्मण या जरूरतमंद को अनजाने में अन्न, कपड़े या मूल्य दान करें. इससे घर की दरिद्रता और कलह दूर होती है.
रावण दहन में भाग ले: रावण का पुतला जलाना बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है. यदि आपके पास आयोजन हो रहा हो तो उसमें शामिल हों और बुराइयों को समाप्त करने का संकल्प लें.
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