Diwali 2025 Upay:दिवाली सिर्फ रोशनी और मिठाइयों का त्योहार नहीं है, बल्कि यह मां लक्ष्मी के स्वागत का प्रतीक भी है. हर कोई चाहता है कि उसके घर में धन, सुख और समृद्धि बनी रहे. लेकिन इसके साथ ही जरूरी है कि अलक्ष्मी को घर में प्रवेश न मिले. शास्त्रों में बताया गया है कि जहां गंदगी, कलह और नकारात्मकता होती है, वहां अलक्ष्मी रहती हैं, जबकि साफ-सुथरे और सजे हुए घरों में लक्ष्मी निवास करती हैं.
अलक्ष्मी कौन हैं और उनका महत्व
अलक्ष्मी, मां लक्ष्मी की बड़ी बहन मानी जाती हैं. जहां लक्ष्मी खुशहाली, धन और सौभाग्य का प्रतीक हैं, वहीं अलक्ष्मी दरिद्रता, झगड़ा और आलस्य का प्रतिनिधित्व करती हैं. समुद्र मंथन की कथा के अनुसार अलक्ष्मी पहले प्रकट हुई थीं और जिन घरों में गंदगी या कलह होती है, वहां पहले अलक्ष्मी प्रवेश करती हैं और सुख-समृद्धि धीरे-धीरे दूर हो जाती है.
घर की सफाई: पहला कदम
मां लक्ष्मी को घर बुलाने के आसान उपाय में सबसे पहला कदम है घर की सफाई. दिवाली से पहले घर के हर कोने को साफ करें और टूटी-पुरानी चीजें बाहर निकालें. इसके बाद मुख्य द्वार को सजाना जरूरी है. फूल, रंगोली और दीपक लगाएं, तोरण और लक्ष्मी जी के पदचिह्न बनाएं, ताकि मां लक्ष्मी घर में प्रवेश करें.
दिवाली का दीपक किस समय जलाएं
दीपक जलाना भी बहुत शुभ माना जाता है. घर के हर कोने में दीपक रखें, यह नकारात्मक ऊर्जा को दूर करता है और अलक्ष्मी के प्रवेश को रोकता है. साथ ही लक्ष्मी जी की पूजा विधि-विधान से करें. इस साल पूजा का शुभ मुहूर्त 20 अक्टूबर, सोमवार को शाम 7:08 से 8:18 बजे तक है. इस दौरान भगवान विष्णु और गणेश जी के साथ पूजा करें, मिठाई, खील, कमल के फूल और सिक्के अर्पित करें और “ॐ श्रीं महालक्ष्म्यै नमः” मंत्र का जप करें.
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सकारात्मक माहौल बनाएं
घर में सकारात्मक माहौल बनाए रखें. झगड़ा, कलह और नकारात्मकता से बचें. हंसी-खुशी, प्रेम और सहयोग से घर भरें. झाड़ू उल्टा न रखें, जूते-चप्पल इधर-उधर न फैले हों, रसोई और पूजा स्थान साफ हों. नींबू-मिर्च लटकाना भी शुभ माना जाता है.
लक्ष्मी जी के आगमन के संकेत
जब दिवाली के आसपास घर में हल्की सुगंध महसूस हो, शुभ समाचार आए या मन प्रसन्न हो, तो समझ जाएं कि मां लक्ष्मी आपके घर पधार चुकी हैं. इस दिवाली सफाई, सकारात्मकता और प्रेम से अलक्ष्मी को दूर और लक्ष्मी को घर में आमंत्रित करें.
दिवाली या दीवाली – कौन सा सही है?
दिवाली और दीवाली दोनों ही सही शब्द हैं. “दिवाली” हिंदी में अधिक प्रचलित है, जबकि “दीवाली” भी मान्यता प्राप्त और उपयोग किया जाता है.
2025 में दीपावली कब है और शुभ मुहूर्त क्या है?
2025 में दीपावली का त्योहार 20 अक्टूबर, सोमवार को है.
शुभ मुहूर्त: शाम 07:08 बजे से 08:18 बजे तक
दिवाली 20 या 21 अक्टूबर 2025 को है?
दिवाली 2025 में 20 अक्टूबर, सोमवार को मनाई जाएगी. 21 अक्टूबर को दीपावली का पर्व नहीं है.
21 अक्टूबर 2025 को कौन सा त्योहार है?
21 अक्टूबर 2025 को भी देश के कई भागों में दिवाली मनाई जा सकती है. गोवर्धन पूजा 22 अक्टूबर 2025, बुधवार को मनाई जाएगी.
2025 के अक्टूबर में दिवाली कब है?
अक्टूबर 2025 में दिवाली 20 अक्टूबर, सोमवार को है.
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ज्योतिषाचार्य संजीत कुमार मिश्रा
ज्योतिष वास्तु एवं रत्न विशेषज्ञ
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