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नौ जुलाई प्रात: 6:50 से 8:50 बजे तक : गुरु महिमा को याद करने का दिन है गुरु पूर्णिमा

आषाढ़ मास की पूर्णिमा को गुरु वेदव्यास का जन्म हुआ था. उन्होंने चतुर्वेद के अतिरिक्त 18 पुराण, महाभारत, व्यास संहिता की रचना की. इस दिन को गुरु पूर्णिमा के रूप में भी मनाया जाता है. इस दिन गुरु और गुरु के समान हर प्रियजन की पूजा की जाती है. पंडित एके मिश्रा के मुताबिक सभी […]

आषाढ़ मास की पूर्णिमा को गुरु वेदव्यास का जन्म हुआ था. उन्होंने चतुर्वेद के अतिरिक्त 18 पुराण, महाभारत, व्यास संहिता की रचना की. इस दिन को गुरु पूर्णिमा के रूप में भी मनाया जाता है. इस दिन गुरु और गुरु के समान हर प्रियजन की पूजा की जाती है. पंडित एके मिश्रा के मुताबिक सभी शिष्यों को इस दिन अपने गुरु का श्रद्धापूर्वक पूजन और सम्मान करना चाहिए. सामर्थ्य के अनुसार आभार प्रकट करते हुए भेंट अर्पित करनी चाहिए. गुरु पूर्णिमा के दिन गुरु कृपा प्राप्त करने का विशेष अवसर होता है. इस मौके पर शहर में हर गुरु शिष्य परंपरा वाले संस्थान व कई मंदिरों में विशेष पूजा की जायेगी.
शुभ मुहूर्त
नौ जुलाई : प्रात: 6:50 से 8:50 बजे तक
हर गुरु की पूजा करें : पूर्णिमा के दिन प्रात:काल स्नानादि से निवृत्त होकर गुरु परंपरा के मुताबिक सिद्ध की प्राप्ति करनी चाहिए. पूजन की चौकी पर सफेद वस्त्र फैलाकर पुष्प से बारह-बारह बार रेखा बनाकर व्यास पीठ निश्चित करना चाहिए. और दसों दिशाओं में अक्षत छोड़कर दिगवंदन करना चाहिए. इसके बाद ब्रह्म, ब्रह्मा, पराशक्ति, व्यास, शुकदेव, गौणपाद, गोविंद, स्वामी शंकराचार्य, कुल गुरु का नाम मंत्र से आह्वान कर पूजन करने का विधान है. इसके बाद अपने दीक्षा गुरु, पिता, पितामह आदि देवतुल्य का भी पूजन करना चाहिए. गुरु पूर्णिमा पर शहर में कई आयोजन होंगे.
दो दिन पूर्णिमा की तिथि
पंडित मिश्रा बताते हैं कि आषाढ़ी पूर्णिमा की शुरुआत शनिवार आठ जुलाई की सुबह 7:04 बजे से हो रही है. जो रविवार नौ जुलाई की सुबह 8:51 बजे तक रहेगा. इस प्रकार हमें दो दिन पूर्णिमा तिथि प्राप्त हो रही है. किंतु उदया विधि के अनुसार पूर्णिमा नौ जुलाई यानी रविवार को ही है. इसलिए स्नान दान की पूर्णिमा और गुरु पूर्णिमा, वेदव्यास जयंती नौ जुलाई को ही मनानी चाहिए.
गुरु शिष्य परंपरा वाले संस्थान व कई मंदिरों में होंगे विशेष आयोजन
ब्रह्मलोक धाम, कदमा : कदमा स्थित ब्रह्मलोक धाम में गुरु पूर्णिमा धूमधाम से मनाया जाता है. इस बार संस्थान का 25वां उत्सव है. इसलिए विशेष तैयारी की जा रही है. इसकी शुरुआत सात जुलाई से होगी. जो नौ जुलाई तक चलेगी. इसमें मुख्यमंत्री रघुवर दास शिरकत करेंगे. इस दौरान गुरुमहिमा, परमपुरुष श्रीरामकृष्ण, महाकवि कालीदास, मडगुुरु श्री जगतगुरु, अग्निवर्षा जैसी नाटिका का मंचन होगा. गुरु की विशेष आरती और पूजन होगा. सांस्कृतिक कार्यक्रम रवींद्र भवन साकची में होंगे.
सत्संग विहार टाटानगर, साकची : साकची स्थित सत्संग विहार में भी विशेष आयोजन होंगे.मंदिर के पुजारी श्यामल कुमार रॉय के मुताबिक इस दिन सुबह साढ़े दस बजे विशेष सत्संग होगा. धर्मग्रंथ से पाठ किया जायेगा. भजन कीर्तन होगा. गुरु के विचारों पर प्रकाश डाला जायेगा. पुजारी बताते हैं कि इस मौके पर दीक्षा भी होगी. लोग श्रद्धा भाव से सतनाम दीक्षा ग्रहण करेंगे. इससे पहले ब्रह्म मुहूर्त में गुरु श्री श्री ठाकुर अनुकूल चंद्र चक्रवर्ती की पूजा की जायेगी. गुरु के भोग के बाद समवेत प्रार्थना होगी. दोपहर में भंडारे का आयोजन होगा. शाम में प्रार्थना होगी और प्रसाद का वितरण होगा. घोड़ाबांधा सत्संग केंद्र, मानगो सत्संग केंद्र, उपासना केंद्र परसुडीह में भी गुरु पूर्णिमा को गुरु की विशेष पूजा होगी.
प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विवि : इस मौके पर मरीन ड्राइव सोनारी स्थित प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय में विशेष आयोजन होंगे. आभा बहन के मुताबिक परमपिता परमात्मा परम सदगुरु शिव बाबा का विशेष योग लगाया जायेगा. रोजयोग मेडिटेशन का अभ्यास किया जायेगा. भोग की विशेष व्यवस्था की जायेगी. ब्रह्माकुमारी के सभी केंद्रों की सदस्य इकट्ठा होंगी.
छत्तीसगढ़ी पनिका मानिकपुरी समाज : छत्तीसगढ़ी पनिका मानिकपुरी समाज की तरफ से सोनारी में गुरु पूर्णिमा समारोह आयोजित होंगे. यहां आठ और नौ जुलाई को कार्यक्रम होंगे. कबीर मंदिर में गुरु महिमा पाठ होगा. महंतों द्वारा गुरुवाणी और प्रवचन होगा. इसके अलावा पारडीह कालीमंदिर, आर्ट ऑफ लिविंग (श्री श्री श्री रविशंकर) व अन्य संस्थाओं में भी विशेष आयोजन व पूजा होगी.
सीआइआरडी : सीआइआरडी में गुरु पूर्णिमा पर विशेष आयोजन हो रहे हैं. कार्यक्रम सुबह साढ़े नौ बजे से शुरू होगा. गुरु अर्चना होगी. स्वामी वीडियो संदेश देंगे. पुष्पांजलि के बाद भक्ति भोग का आयोजन किया गया है.
साईं परिवार विश्व सेवा संस्थान के तत्वावधान में श्री साईंनाथ देवस्थानम, घोड़ाबांधा, टेल्को मंदिर परिसर में भी आयोजन होंगे. ट्रस्टी अनूप रंजन के मुताबिक यहां पर संपूर्ण अनुष्ठान शिरडी स्थित साईं बाबा मंदिर के अनुरूप होगा.
श्री बालानंद तीर्थ आश्रम : गुरु पूर्णिमा के पावन अवसर पर साकची श्री बालानंद तीर्थ आश्रम में गुरु पूर्णिमा उत्सव मनाया जायेगा. 60 वर्षों से हर साल गुरु पूर्णिमा आश्रम में गुरु मोहनानंद ब्रह्मचारी महाराज की विशेष, पूजा-अर्चना एवं गुरु के दिखाये मार्ग पर चलने का संकल्प शिष्य लेते हैं.
9 जुलाई रविवार को सुबह आठ बजे से आश्रम में गुरु की पूजा, आरती आश्रम के वर्तमान गुरु दिनेशानंद महाराज द्वारा की जायेगी. साढ़े नौ बजे के बाद से कीर्तन का आयोजन होगा. जिसके बाद शिष्यों के विशाल भंडारा का आयोजन किया जायेगा. इसके साथ ही आनेवाले समय में गुरु के मार्ग पर बढ़ते हुए गरीबों के बीच वस्त्र दान व दवा वितरण भी होगा.

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