Conch Shell: हिंदू धर्म में शंख का विशेष धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व है. इसे मां लक्ष्मी और भगवान विष्णु का प्रतीक माना जाता है. शंख की ध्वनि जहां नकारात्मक ऊर्जा को दूर करती है, वहीं इसका घर में होना सौभाग्य, समृद्धि और सुख-शांति का संकेत माना जाता है. हालांकि, शास्त्रों के अनुसार सभी लोगों के लिए एक ही प्रकार का शंख उपयुक्त नहीं होता. हर राशि के लिए एक विशिष्ट शंख को शुभ बताया गया है.
मेष, सिंह, धनु (अग्नि तत्व राशियां)
इन राशियों के लिए दक्षिणावर्ती शंख (जिसका मुख दक्षिण दिशा की ओर खुलता है) को सबसे उत्तम माना गया है. यह शंख साहस, आत्मबल और कार्यक्षमता में वृद्धि करता है.
वृष, कन्या, मकर (पृथ्वी तत्व राशियां)
इन जातकों के लिए वामावर्ती शंख (जो सामान्य शंख की तरह बाईं ओर खुलता है) शुभ होता है. इससे घर में स्थायित्व आता है और धन का प्रवाह सुगम होता है.
मिथुन, तुला, कुंभ (वायु तत्व राशियां)
इन राशियों के लिए गणेश शंख या पारद शंख लाभकारी होता है. यह शंख मन को शांत करता है और संबंधों में संतुलन बनाए रखता है.
कर्क, वृश्चिक, मीन (जल तत्व राशियां)
इन लोगों के लिए लक्ष्मी शंख या पांचमुखी शंख का पूजन अत्यंत शुभ होता है. इससे मानसिक शांति, प्रेम और आध्यात्मिक उन्नति प्राप्त होती है.
शंख को हमेशा पूजा स्थल में पूर्व या उत्तर दिशा की ओर मुख करके रखना चाहिए. इसकी नियमित सफाई करें और पूजा के समय शंख की ध्वनि से वातावरण को शुद्ध करें. यह साधारण-सा उपाय आपके घर में सकारात्मकता और सुख-समृद्धि ला सकता है.

