Jayant Chaudhary: केंद्रीय कौशल विकास एवं उद्यमशीलता राज्य मंत्री जयंत चौधरी एक्स पर एक पोस्ट करके चर्चा में आ गए हैं. ये पोस्ट उस समय आई, जब मेरठ पुलिस ने सड़क पर नमाज पढ़ने पर पासपोर्ट कैंसिल करने की बात कही. उन्होंने पोस्ट में लिखा है कि आरवेलियन 1984 की ओर पुलसिंग (Policing Towards Orwellian 1984!). साथ ही उन्होंने एक वेबसाइट की खबर को भी अपनी पोस्ट के साथ लगाया है. जिसमें लोग नमाज पढ़ते दिख रहे हैं. इस पोस्ट के बाद आरवेलियन 1984 के बारे में जानने को लेकर लोगों में उत्सुकता बढ़ गई है. वो जानना चाहते हैं कि आखिर जयंत चौधरी को ऐसी टिप्पणी क्यों करनी पड़ गई?
क्या है आरवेलियन 1984?
जार्ज आरवेल एक ब्रिटिश लेखक थे. उन्होंने 1949 में एक किताब लिखी थी ‘1984’, इस किताब में एक ऐसे राज्य की परिकल्पना की गई थी, जहां ऐसी तानाशाही सत्ता थी जो नागरिकों की निजता और अधिकारों पर नजर रखती थी. साथ ही वहां की सरकार प्रोपेगैंडा का सहारा लेती थी. नागरिकों की आजादी को कुचलती है. इस किताब के एक वाक्य ‘बिग ब्रदर इज वाचिंग यू’ का इस्तेमाल भी किया गया है. इसमें बिग्र ब्रदर एक कैरेक्टर बनाया गया है. उस बिग ब्रदर के पोस्टर हर चौराहे, गली कूचे पर लगे हैं. वो एक ऐसा सूचना तंत्र रखता है जो लोगों का ब्रेन वॉश करते हैं. न्यूज पीक नाम की भाषा बनाई है, इसका काम लोगों की सोचने की क्षमता को कम करना है. इस तरह की सत्ताशाही या राजनीतिक प्रणाली को ही ‘आरवेलियन 1984’ के रूप में परिभाषित किया जाता है.

चर्चा में है एक और बयान
भाजपा विधायक केतकी सिंह के बयान के बाद भी केंद्रीय मंत्री जयंत चौधरी ने एक टिप्पणी की थी. विधायक केतकी सिंह ने एक बयान दिया था कि बलिया में बनने वाले सरकारी अस्पताल में एक समुदाय के मरीजों के लिए अलग से विंग बना दी जाए. इस पर जयंत चौधरी ने पोस्ट किया था कि ‘मोहतरमा इलाज की जरूरत तो है’. रालोद अध्यक्ष के इस पोस्ट पर भी काफी चर्चा हुई थी.

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