नोटबंदी को लेकर हो रहे दावं-पेंच से सरकार पर आम आदमी विश्वास नहीं कर पा रहा है. सरकार प्रतिदिन नये फैसला ले रही है, बार-बार फैसले बदल रही है. कोई तैयारी नहीं दिख रही है.
इससे आम जनता को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. सुनना तो दूर, कोई उनकी मुश्किलों की बात भी नहीं कर रहा है. इसलिए आज सरकार पर विश्वास नहीं हो रहा है. शुरू में लोगों को सरकार पर गर्व हो रहा था, परंतु समय के साथ बदलते जा रहा है और सरकार अपने कार्यों से वह विश्वास खोती जा रही है.
चन्द्रकांत चौरसिया, रांची