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शिक्षा का पुराना गौरव लौटाना होगा
भारतीय शिक्षा का इतिहास यहां की सभ्यता का इतिहास है. भारत में शिक्षा का इतिहास बहुत ही पुराना है. स्वतंत्र भारत में उच्च शिक्षा का विस्तार हुआ है. इस बीच सवाल यह भी उठता है कि क्या आजाद भारत की शिक्षा छात्रों को जीवन-दृष्टि देने में सफल हुई है? यह एक बड़ा प्रश्न है. किसी […]
भारतीय शिक्षा का इतिहास यहां की सभ्यता का इतिहास है. भारत में शिक्षा का इतिहास बहुत ही पुराना है. स्वतंत्र भारत में उच्च शिक्षा का विस्तार हुआ है. इस बीच सवाल यह भी उठता है कि क्या आजाद भारत की शिक्षा छात्रों को जीवन-दृष्टि देने में सफल हुई है?
यह एक बड़ा प्रश्न है. किसी भी देश की शिक्षा का स्वरूप उस देश की संस्कृति एवं प्रगति के अनुरूप होना चाहिए. वर्तमान में हमारे देश की शिक्षा व्यवस्था का आधार क्या है? देश की उच्च शिक्षा को देश की मूल संरचना के आधार पर ढालना होगा.
इसके अनुरूप पाठ्यक्रम की रचना और शोध कार्य को बढ़ावा देना होगा. शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाना और उच्च शिक्षा के आर्थिक पहलुओं पर भी ध्यान देना होगा. आज भारतीय शिक्षा में बदलाव होना बहुत जरूरी है. आज भी देश में मैकाले कि शिक्षा को ही बढ़ावा दिया जा रहा है, जो घातक है.
अनुपम कुमार, मधुपुर
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