रांची : केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने आज यहां कहा कि देश से नक्सलवाद का खात्मा शीघ्र होगा और उनकी इच्छा है कि सबसे पहले झारखंड को इससे मुक्ति मिले.रांची-खूंटी पथ पर आज सुबह झारखंड जैगुआर के प्रशासनिक भवन एवं अतिथि शाला समेत अनेक भवनों का उद्घाटन करने के बाद अपने संबोधन में केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि नक्सलवाद गरीब और आदिवासी विरोधी है क्योंकि इसके चलते उनका समुचित विकास नहीं हो पाता है. उन्होंने कहा कि देश से जल्द ही नक्सलवाद का खात्मा होगा और उनकी इच्छा है कि सबसे पहले झारखंड को इससे मुक्ति मिले.
राजनाथ सिंह ने यहां झारखंड पुलिस की कर्मठता की प्रशंसा करते हुए नक्सलवाद के खिलाफ उसकी लड़ाई को उदाहरणीय बताया. उन्होंने कार्यक्रम में झारखंड पुलिस के महानिदेशक डीके पांडेय और मुख्यमंत्री रघुवर दास के राज्य के अनेक क्षेत्रों से नक्सलवाद खत्म कर दिये जाने के दावे की सराहना की और आशा व्यक्त की कि शीघ्र समस्त झारखंड राज्य इससे मुक्त होगा.
गृहमंत्री ने नक्सलियों को चेतावनी भरे लहजे में कहा कि अब उनके दिन गिने चुने हैं. उन्होंने नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में तेजी से विकास कार्य करने की बात दोहरायी और इस दिशा में झारखंड सरकार द्वारा किये जा रहे कार्यों की सराहना की.
राजनाथ ने जम्मू-कश्मीर में शनिवार को हुए आतंकी हमले में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के आठ जवानों के शहीद होने की घटना का उल्लेख करते हुए कहा, ‘‘देश के जवान जब शहीद होते हैं तो स्वयं उन्हें और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बहुत पीड़ा होती है.’ उन्होंने कहा कि ऐसे शहीदों और वीरों के साथ पूरा देशखड़ा है. गृहमंत्री ने झारखंड के मुख्यमंत्री और पुलिस महानिदेशक द्वारा ‘स्पेशल इन्फ्रास्ट्रक्चर स्कीम’ (एसआइएस) कोष को फिर सेशुरू कर नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में केंद्र के सहयोग से आधारभूत संरचनाखड़ी करने के अनुरोध पर कहा कि इस बारे में उन्होंने प्रधानमंत्री से बातचीत की थी और एक बार फिर इस पर चर्चा कर इस कोष को पुन: स्थापित करने का प्रयास करेंगे.
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि नक्सलवाद के चलते आदिवासी इलाकों में विकास का कार्य रुका है और गरीबी बढी है, लेकिन केंद्र सरकार का इस ओर ध्यान है और इन इलाकों में अब स्थितियां शीघ्र बदलेंगी. उन्होंने राज्य में पर्यटन विकास की असीम संभावना बताते हुए कहा कि उन्हें स्वयं देश में केरल के बाद झारखंड की प्राकृतिक छटा सबसे अच्छी लगती है.
इस समारोह में झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास और पुलिस महानिदेशक डीके पांडेय ने भी अपने विचार रखे और नक्सल इलाकों के लिए केंद्र सरकार से और मदद की मांग की.

