बगदाद : मई में हुए आम चुनावों के वोटों की दोबारा हुई गिनती के बाद राष्ट्रवादी शिया धर्मगुरु मुक्तदा सद्र के गठबंधन को जीत मिली है. इराक के चुनाव आयोग द्वारा की गयी इस घोषणा के साथ ही देश में आम चुनावों के तीन महीने बाद सरकार बनने का रास्ता साफ हो गया है.
चुनावों में धांधली के आरोपों के बाद सुप्रीम कोर्ट ने आंशिक तौर पर वोटों की दोबारा गिनती करने के आदेश दिये थे.
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हालांकि, दोबारा हुई गिनती के बाद भी सद्र और वामपंथियों का गठबंधन उन्हें मिली सभी 54 सीटें बचाने में कामयाब रहा है. गठबंधन के पास अब भी इराक की 329 सदस्यीय संसद में सबसे अधिक सीटें हैं.
वोटों की दोबारा गिनती में सिर्फ कॉन्क्वेस्ट गठबंधन को एक सीट का फायदा हुआ. वह अब भी दूसरे स्थान पर है, लेकिन उसके पास पहले की 47 सीटों के मुकाबले अब 48 सीटें हैं. प्रधानमंत्री हैदर अल-आब्दी की पार्टी के पास महज 42 सीटें हैं.
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सुप्रीम कोर्ट द्वारा चुनाव परिणाम की घोषणा के बाद निवर्तमान राष्ट्रपति के पास संसद का सत्र बुलाने के लिए 15 दिन का वक्त होगा. इस दौरान उन्हें संसद सत्र आहूत कर नये राष्ट्राध्यक्ष का चुनाव कर गठबंधन सरकार के गठन की प्रक्रिया शुरू करनी होगी.
सद्र पहले ही शिया अम्मार अल-हकीम की अल-हकीमा के साथ गठबंधन कर चुके हैं. अल-हकीमा के पास 19 सीटें हैं. वहीं, सद्र के दूसरे गठबंधन सहयोगी और निवर्तमान उपराष्ट्रपति इयाद अलावी के पास 21 सीटें हैं.