75वें गणतंत्र दिवस की धूम पूरे देश में नजर आ रही है. सभी अपने को आज तिरंगे में रंग लेना चाह रहे हैं. इस बीच बहुत ही सुंदर तस्वीरें जम्मू-कश्मीर से सामने आई है. गणतंत्र दिवस के अवसर पर जम्मू के मौलाना आजाद (एमए) स्टेडियम में मुख्य समारोह आयोजित हुआ. यहां उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने राष्ट्रीय ध्यव फहराया, साथ हीं परेड का निरीक्षण करते हुए सलामी ली. इस बीच प्रदेश से कई तस्वीरें आईं जिसमें लोग इस नेशनल डे को खुशी से मनाते नजर आ रहे हैं. सुरक्षाबलों की मौजूदगी में लोग शांति का अहसास कर रहे हैं. आइए नजर डालते हैं तीन तस्वीरों पर जो अलग कहानी बयां कर रही है…
पहली तस्वीर: एक बहुत ही खूबसूरत तस्वीर श्रीनगर से सामने आई है जिसमें 75वें गणतंत्र दिवस के जश्न के दौरान एक युवा सुरक्षाकर्मी के साथ एक युवक सेल्फी लेता नजर आ रहा है. युवक के हाथ में मोबाइल नजर आ रहा है. युवक सेल्फी ले रहा है तो सुरक्षाकर्मी भी उसे नाराज करता नहीं दिख रहा है.
![Republic Day 2024: कश्मीर में डर हो गई पुरानी बात! तस्वीरें बता रहीं हकीकत 1 Undefined](https://cdnimg.prabhatkhabar.com/wp-content/uploads/Prabhatkhabar/2024-01/cd0382a4-6447-4bbf-b372-177ac44e13fd/26011_pti01_26_2024_000154a.jpg)
दूसरी तस्वीर: एक तस्वीर श्रीनगर से सामने आई है. इसमें 75वें गणतंत्र दिवस के जश्न के दौरान सुरक्षा में खड़ा एक सुरक्षा अधिकारी नजर आ रहा है ताकि लोगों को किसी भी तरह से डर का अहसास न हो और वे इस त्योहार को खुलकर मना सके.
![Republic Day 2024: कश्मीर में डर हो गई पुरानी बात! तस्वीरें बता रहीं हकीकत 2 Undefined](https://cdnimg.prabhatkhabar.com/wp-content/uploads/Prabhatkhabar/2024-01/79bca0f1-0fd1-4eaa-ad8a-ce6922780138/26011_pti01_26_2024_000151a.jpg)
तीसरी तस्वीर: श्रीनगर के लाल चौक इलाके से सामने आई है. तस्वीर में एक लड़का कबूतरों को छूने की कोशिश करता नजर आ रहा है. लाल चौक में कभी नेशनल डे के अवसर पर खौफ नजर आता था.
![Republic Day 2024: कश्मीर में डर हो गई पुरानी बात! तस्वीरें बता रहीं हकीकत 3 Undefined](https://cdnimg.prabhatkhabar.com/wp-content/uploads/Prabhatkhabar/2024-01/d2556ad8-cbe7-4692-bf35-3bd2279a3f98/26011_pti01_26_2024_000197a.jpg)
इस बीच जम्मू-कश्मीर के भद्रवाह में हो रही ‘बैंगनी क्रांति’ को गणतंत्र दिवस परेड में वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) की झांकी में महत्पपूर्ण स्थान मिला है. ‘बैंगनी क्रांति’ भारत की वैज्ञानिक शक्ति और भद्रवाह व आसपास के क्षेत्रों के उन किसानों की मेहनत की भावना को प्रदर्शित करती है, जो पिछले कुछ वर्षों में उद्यमी बन गए हैं.