Old London House Fire: उत्तराखंड के नैनीताल में बुधवार रात एक ऐतिहासिक इमारत में भीषण आग लगने से 82 वर्षीय बुजुर्ग महिला शांता बिष्ट की दर्दनाक मौत हो गई. यह घटना मल्लीताल क्षेत्र की 1863 में बनी हेरिटेज बिल्डिंग ‘ओल्ड लंदन हाउस’ में हुई, जो इतिहासकार और पर्यावरणविद डॉ. अजय रावत की बहनों का आवास था.
आग से मची अफरा-तफरी, 40 से ज्यादा कर्मी जुटे राहत में
रात करीब 10 बजे आग लगने की सूचना मोबाइल दुकानदार विनोद वर्मा ने दी, जिन्होंने इमारत से धुआं उठते देखा. दमकल विभाग की टीम तुरंत मौके पर पहुंची लेकिन पानी की कमी के कारण आग बुझाने में बाधा आई. इसके बाद दमकल के कई वाहन, पुलिस और आपदा प्रबंधन की टीमें राहत कार्य में जुटीं और करीब 3 घंटे की मशक्कत के बाद रात 1 बजे आग पर काबू पाया गया.
बेटे निखिल की बेबसी: मां को बचाने के लिए चिल्लाता रहा
मृतका शांता बिष्ट के बेटे निखिल बिष्ट, जो कि एक फिल्म आर्ट डायरेक्टर हैं (उन्होंने ‘बर्फी’ जैसी फिल्मों में काम किया है), आग लगने के समय अपनी मां को बचाने की गुहार लगाते रहे लेकिन लपटों के सामने असहाय हो गए. सदमे में वे बेहोश हो गए. निखिल नैनीताल में अपनी मां की देखभाल के लिए रह रहे थे.
पहले भी लगी थी आग, दूसरी बहन की गई थी जान
डॉ. अजय रावत की एक और बहन कमलता रावत, जो मोहनलाल शाह बालिका विद्यालय की पूर्व प्रधानाचार्या थीं, 2020 में इसी इमारत में आग लगने से जान गंवा चुकी हैं. यह इमारत रावत परिवार की पीढ़ियों से आवास रही है.
सरकार से मदद की उम्मीद
डॉ. रावत ने कहा कि यह हादसा केवल पारिवारिक नहीं, बल्कि सांस्कृतिक क्षति भी है क्योंकि ‘ओल्ड लंदन हाउस’ एक विरासत भवन था. प्रशासन और स्थानीय लोगों की मदद से राहत कार्य किया गया, लेकिन सवाल उठ रहे हैं कि हेरिटेज संपत्तियों की सुरक्षा को लेकर कोई ठोस इंतजाम क्यों नहीं किए गए?

