National Highway : यदि आप अमूमन छत्तीसगढ़ से झारखंड के बीच यात्रा करते हैं तो ये खबर आपके काम की है. जी हां…अंबिकापुर-रामानुजगंज राष्ट्रीय राजमार्ग (National Highway)में सुधार हो जाने के बाद आपको एक राज्य से दूसरे राज्य तक पहुंचने में कम वक्त लगेगा. इस पहल से न केवल दोनों राज्यों के बीच कनेक्टिविटी को बढ़ेगी, बल्कि आर्थिक और सामाजिक विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी.
National Highway की वर्तमान स्थिति
अंबिकापुर-रामानुजगंज राष्ट्रीय राजमार्ग की वर्तमान स्थिति काफी समय से खराब है. सड़क की खराब हालत के कारण यात्रियों को अनेक समस्याओं का सामना करना पड़ता था, जिससे यात्रा समय और सुरक्षा दोनों प्रभावित होते थे. इन समस्याओं को ध्यान में रखते हुए सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने इस मार्ग के सुधार और चौड़ीकरण के लिए विशेष परियोजना की शुरुआत की है.
परियोजना के बारे में खास बातें
1. अंबिकापुर से लेकर रामानुजगंज तक तीन कंपनियों से अनुबंध की प्रक्रिया जल्द पूरी हो जाएगी.सड़क की लंबाई करीब 110 किलोमीटर है. रूट में रामानुजगंज और बलरामपुर के बीच पेड़ों की कटाई का काम भी शुरू हो चुका है.
2. अंबिकापुर- रामानुजगंज राष्ट्रीय राजमार्ग का नवनिर्माण बाइपास के साथ तीन चरण में पूरा किया जाएगा.
3. कटनी-गुमला राष्ट्रीय राजमार्ग को अंबिकापुर – रामानुजगंज राष्ट्रीय राजमार्ग से जोड़ने का काम किया जाएगा. अंबिकापुर के महावीरपुर से रामानुजगंज मार्ग में रजपुरी खुर्द तक अंबिकापुर बाइपास 13.7 किलोमीटर के लिए 144 करोड रुपये की प्रशासकीय स्वीकृति दी गई है.
4. रजपुरी खुर्द से पाढ़ी तक 49 किलोमीटर के लिए 397 करोड़ जबकि बड़कीम्हरी से रामानुजगंज तक 29.4 किलोमीटर के लिए 199.005 करोड़ की प्रशासकीय स्वीकृति मिली है.
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परियोजना पूरे होने के बाद बदलेगी स्थिति
- सड़क का चौड़ीकरण: मार्ग को दो लेन से चार लेन में विस्तारित किया जाएगा. इससे यातायात की क्षमता में वृद्धि होगी. जाम की समस्या कम होगी.
- सुरक्षा उपाय : सड़क सुरक्षा के मानकों का पालन करते हुए, आवश्यक संकेतक, स्पीड ब्रेकर, और डिवाइडर लगाए जाएंगे. ऐसा इसलिए ताकि दुर्घटनाओं की संभावना को कम किया जा सके.
- पुलों और पुलियों का निर्माण: नदियों और नालों पर नए पुलों का निर्माण किया जाएगा. इससे मानसून के दौरान भी यातायात बाधित न हो.
- रोड साइड सुविधाएं: यात्रियों की सुविधा के लिए विश्राम स्थल, शौचालय, और फूड कोर्ट जैसी सुविधाओं का विकास किया जाएगा.
परियोजना का क्या पड़ेगा प्रभाव?
इस परियोजना के पूरा होने से क्षेत्र में आर्थिक गतिविधियों में वृद्धि होगी. कृषि उत्पादों का परिवहन सुगम होगा, जिससे किसानों को बेहतर मूल्य प्राप्त होंगे. साथ ही, पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा, क्योंकि बेहतर सड़कें अधिक पर्यटकों को आकर्षित करेंगी. स्थानीय व्यवसायों को भी लाभ होगा, जिससे रोजगार के नए अवसर मिलेंगे.
परियोजना की समयसीमा और बजट
परियोजना को निर्धारित समयसीमा में पूर्ण करने के लिए विशेष प्रबंधन टीम का गठन किया गया है. बजट का उचित आवंटन और मॉनिटरिंग सुनिश्चित की गई है, ताकि कार्यों में कोई विलंब न हो. सरकार की प्राथमिकता है कि इस महत्वपूर्ण मार्ग का विकास शीघ्रता से हो, जिससे जनता को जल्द से जल्द इसका लाभ मिल सके.
छत्तीसगढ़ से झारखंड के लिए दो प्रमुख सड़क हैं वर्तमान में
छत्तीसगढ़ से झारखंड को जोड़ने के लिए दो प्रमुख सड़क वर्तमान में है. इनमें एक सड़क छत्तीसगढ़ की अंबिकापुर – रामानुजगंज राष्ट्रीय राजमार्ग से झारखंड के गढ़वा को जोड़ती है. वहीं एक और सड़क जशपुर होकर है. यह सड़क गुमला होते हुए रांची को जोड़ती है.