Lilavati Hospital Black Magic: महाराष्ट्र के लीलावती अस्पताल का संचालन करने वाले ट्रस्ट ने आरोप लगाया कि उसके पूर्व ट्रस्टी और अन्य संबंधित व्यक्तियों ने 1500 करोड़ रुपये से अधिक की राशि का गबन किया है. यही नहीं मौजूदा ट्रस्टी का दावा है कि अस्पताल परिसर में काला जादू भी किया गया था. लीलावती कीर्तिलाल मेहता मेडिकल ट्रस्ट (एलकेएमएमटी) ने इस संबंध में ईडी और बांद्रा पुलिस थाना में अलग-अलग शिकायतें दर्ज कराई हैं.
ट्रस्टी का दावा- अस्पताल परिसर में मानव खोपड़ियों के 7 से अधिक कलश मिले
एलकेएमएमटी के परमानेंट रेजीडेंट ट्रस्टी प्रशांत मेहता ने कहा, “हमने शिकायतें दर्ज कराई और बांद्रा मजिस्ट्रेट अदालत के आदेश के कारण यह प्राथमिकी में तब्दील की गईं. पूर्व न्यासियों और अन्य संबंधित व्यक्तियों के खिलाफ तीन से अधिक प्राथमिकी दर्ज की गई हैं. इन व्यक्तियों के खिलाफ चौथी कार्यवाही अब मजिस्ट्रेट के समक्ष लंबित है, जो काले जादू और गुप्त प्रथाओं के लिए बांद्रा पुलिस थाना में दर्ज हमारी शिकायत पर आधारित है. अस्पताल परिसर में किए जाने वाले काले जादू के अनुष्ठानों के बारे में मेहता ने कहा, “हमें मानव बाल और खोपड़ियों वाले सात से अधिक कलश मिले हैं.” उन्होंने बताया कि बांद्रा मजिस्ट्रेट अदालत ने इन्हीं व्यक्तियों के खिलाफ जांच के आदेश दिए हैं.
पढ़ें प्रभात खबर की प्रीमियम स्टोरी :पाकिस्तान में ट्रेन हाईजैक करने वाली बलूच लिबरेशन आर्मी की मांग क्या है, वे क्यों 1948 से ही कर रहे विद्रोह?
संपत्ति पर आदिवासी महिलाओं के अधिकार, क्या कहता है देश का कानून और कस्टमरी लाॅ
पुलिस शिकायत में और क्या लगाया गया आरोप
शिकायतों में आरोप लगाया गया है कि लीलावती अस्पताल के वित्तीय अभिलेखों के ‘फोरेंसिक ऑडिट’ के दौरान उजागर हुई इस हेराफेरी ने ट्रस्ट के संचालन और बांद्रा क्षेत्र में स्थित प्रमुख निजी चिकित्सा सुविधा द्वारा प्रदान की जाने वाली स्वास्थ्य सेवाओं को प्रभावित किया है.