IT & Electronics: भारत ने मोबाइल उपकरण निर्माण क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की ओर एक और बड़ा कदम बढ़ाते हुए नोएडा में देश की पहली टेम्पर्ड ग्लास निर्माण सुविधा का उद्घाटन किया गया. यह सुविधा ऑप्टिमस इलेक्ट्रॉनिक्स और अमेरिका की कंपनी कॉर्निंग इनकॉर्पोरेटेड के सहयोग से स्थापित की गई है और वैश्विक स्तर पर मान्यता प्राप्त ब्रांड कॉर्निंग द्वारा इंजीनियर्ड के तहत उच्च गुणवत्ता वाला टेम्पर्ड ग्लास तैयार करेगी.
केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने शनिवार को इस अत्याधुनिक संयंत्र का उद्घाटन करते हुए कहा कि भारत जल्द ही मोबाइल उपकरणों में इस्तेमाल होने वाले हर घटक का निर्माण करेगा, जिनमें ‘चिप्स, कवर ग्लास, लैपटॉप व सर्वर के पुर्जे’ शामिल हैं. उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि जल्द ही ‘मेड इन इंडिया चिप’ भी बाजार में आयेगी, जो आत्मनिर्भर भारत की दिशा में महत्वपूर्ण पड़ाव होगा. उन्होंने बताया कि बीते 11 वर्षों में भारत का इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण छह गुना बढ़कर 11.5 लाख करोड़ तक पहुंच गया है. इसमें से 3 लाख करोड़ का निर्यात हुआ है और लगभग 25 लाख लोगों को रोजगार मिला है.
भारत की डिजाइन क्षमता सबसे बड़ी ताकत
नोएडा स्थित इस संयंत्र में शुरुआती 70 करोड़ का निवेश किया गया है. पहले चरण में इसकी क्षमता 25 मिलियन यूनिट प्रति वर्ष होगी, जिससे 600 से अधिक प्रत्यक्ष रोजगार मिलेंगे. दूसरे चरण में 800 करोड़ के अतिरिक्त निवेश से क्षमता बढ़ाकर 200 मिलियन यूनिट प्रति वर्ष की जायेगी और इससे 4,500 से अधिक रोजगार सृजित होंगे.
वैष्णव ने कहा कि भारत की डिज़ाइन क्षमता उसकी सबसे बड़ी ताकत है. आईआईटी मद्रास के एक स्टार्टअप ने देश का पहला माइक्रोकंट्रोलर डिज़ाइन किया है जिसका जल्द ही भारतीय उत्पादों में उपयोग होगा. उन्होंने युवाओं से आत्मनिर्भर भारत और विकसित भारत 2047 के विजन में योगदान देने का आह्वान किया.

