Israel-Hamas Peace Plan: इज़राइल और हमास के बीच लंबे समय से जारी संघर्ष के बीच एक बड़ी कूटनीतिक सफलता सामने आई है. अमेरिका की मध्यस्थता के बाद दोनों पक्ष शांति योजना के पहले चरण पर सहमत हो गए हैं. इसकी घोषणा अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने खुद की है.
इस ऐतिहासिक पहल पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी प्रतिक्रिया दी है और इसका समर्थन किया है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए लिखा, “हम राष्ट्रपति ट्रंप की शांति योजना के पहले चरण पर हुए समझौते का स्वागत करते हैं. यह प्रधानमंत्री नेतन्याहू के सशक्त नेतृत्व का भी प्रतीक है. हमें उम्मीद है कि बंधकों की रिहाई और गाजा के लोगों को मानवीय सहायता में वृद्धि से उन्हें राहत मिलेगी और स्थायी शांति का मार्ग प्रशस्त होगा.”
इज़रायल और हमास के बीच शांति योजना के पहले चरण पर बनी सहमति के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस पहल को दुनिया के लिए ऐतिहासिक क्षण बताया है.उन्होंने सोमवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म Truth Social पर पोस्ट करते हुए अपनी प्रतिक्रिया साझा की.
ट्रंप ने लिखा,मुझे गर्व है कि इज़रायल और हमास दोनों ने हमारी शांति योजना के पहले चरण पर सहमति जताई है.इसका मतलब है कि सभी बंधक जल्द रिहा होंगे और इज़रायली सेना निर्धारित सीमा तक पीछे हट जाएगी.यह स्थायी शांति की दिशा में पहला कदम है.
नेतन्याहू ने नेसेट को संबोधित करने के लिए किया आमंत्रित
ट्रंप ने Axios को बताया कि उनकी इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से बेहतरीन बातचीत हुई. उन्होंने कहा, “वह बहुत खुश हैं और होना भी चाहिए. यह एक बड़ी उपलब्धि है. पूरी दुनिया इस समझौते तक पहुंचने के लिए एकजुट हुई है, यहां तक कि वे देश भी जो पहले दुश्मन थे.” वहीं इजरायली मीडिया के अनुसार नेतन्याहू ने फोन कॉल के बाद बताया कि उन्होंने ट्रंप को नेसेट को संबोधित करने के लिए आमंत्रित किया है.

