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Indian Woman Missing in Pakistan : पंजाब की एक महिला श्रद्धालु पाकिस्तान से वापस भारत नहीं लौटीं हैं. वह ननकाना साहिब में दर्शन करने के लिए जत्थे के साथ पाकिस्तान गई थी. पुलिस की ओर से इसकी जानकारी दी गई है. पुलिस ने कहा कि महिला की तलाश की जा रही है. वह भारत से गए कई सिख श्रद्धालुओं में शामिल थीं, जो गुरु नानक देव जी की 556वीं जयंती के कार्यक्रमों में शामिल होने पाकिस्तान पहुंचे थे. उनका नाम सरबजीत कौर है और वह पंजाब के कपूरथला जिले के अमनीपुर गांव की रहने वाली हैं. वह अटारी-वाघा बॉर्डर के रास्ते पाकिस्तान गई थीं.
न्यूज एजेंसी एएनआई ने इस संबंध में खबर दी है. तलवंडी चौधड़ियां के एसएचओ निर्मल सिंह के अनुसार, पुलिस ने महिला की तलाश शुरू कर दी है. यह पता लगाने के लिए जांच चल रही है कि वह कहां है. कपूरथला के अलग-अलग थानों में तीन मामले दर्ज किए गए हैं और पुलिस उसके बारे में हर संभव जानकारी जुटा रही है.
#WATCH | Kapurthala, Punjab | Station House Officer (SHO) of Talwandi Chaudhrian, Nirmal Singh says, "Sarbjit Kaur, a resident of Amanipur village in Kapurthala, was part of the jatha which went to Nankana Sahib, Pakistan. She did not return. The police are conducting an… pic.twitter.com/fPpMWzjcuK
— ANI (@ANI) November 14, 2025
4 नवंबर को पाकिस्तान गया था सिख श्रद्धालुओं का जत्था
सरबजीत उन 1,900 से ज्यादा सिख श्रद्धालुओं के जत्थे का हिस्सा थीं, जो 4 नवंबर को पाकिस्तान गए थे. वे गुरुद्वारा ननकाना साहिब में होने वाले प्रकाश पर्व कार्यक्रम में शामिल होने और अन्य प्रमुख सिख गुरुद्वारों के दर्शन करने पहुंची थीं. जिस जत्थे के साथ वह पाकिस्तान गई थीं, वह गुरुवार रात भारत लौट आया, लेकिन सरबजीत कौर उसके साथ वापस नहीं आईं.
पाकिस्तान के इमिग्रेशन अधिकारियों ने जानकारी भारतीय अधिकारियों को दी
न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, पाकिस्तान के इमिग्रेशन अधिकारियों ने इस मामले की जानकारी भारतीय अधिकारियों को दे दी है. भारत की इमिग्रेशन टीम अब कौर और उनके परिवार के बारे में अधिक जानकारी जुटाने के लिए उनके गांव से संपर्क कर रही है, ताकि पूरा मामला स्पष्ट हो सके.
ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान जाने वाला पहला जत्था
गुरुवार को जो जत्था 10 दिन की ननकाना साहिब यात्रा और अन्य ऐतिहासिक गुरुद्वारों के दर्शन के बाद भारत लौट आया, वह ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान जाने वाला पहला जत्था था. ऑपरेशन के बाद भारत ने पाकिस्तान यात्रा पर प्रतिबंध लगाए थे, जिनके बाद यह पहली धार्मिक यात्रा हुई.

